
इंदौरशहर के युवाओं में बढ़ती नशाखोरी के कारण एक बार फिर शहर को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है। रविवार रात करीब 12.15 बजे विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित मल्हार मेगा मॉल के बाहर लाइट हाउस पब में से शराबखोरी करके बाहर निकले नशे में धुत युवतियों और युवकों के दो गुट आपस में भिड़ गए। नाचने के दौरान धक्का लगने की मामूली बात ने देखते ही देखते बड़े विवाद का रूप ले लिया और जमकर मारपीट शुरू हो गई।
जानकारी के मुताबिक पब में शराब पार्टी के बाद बाहर निकली करीब पांच युवतियां और आधा दर्जन से अधिक युवक एक-दूसरे पर झपट पड़े। नशे में चूर युवतियां बीच सड़क पर एक-दूसरे के बाल खींचती रहीं। इस दौरान उनमें थप्पड़ और लातें भी चलीं, जबकि लड़के एक-दूसरे पर जमकर लात-घूंसे बरसाते नजर आए। हंगामा इतना बढ़ गया कि मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। राहगीर और स्थानीय लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही एक युवक ने एक युवती को बाल पकड़कर जमीन पर घसीटना शुरू कर दिया। शराब का नशा इस हद तक हावी था कि लड़के लड़कियों में फर्क करना भूल गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों पक्ष पूरी तरह से शराब के नशे में डूबे थे और किसी की सुनने को तैयार नहीं थे। इस दौरान मौके पर बीट जवान पहुंचे, लेकिन वे झगड़ रहे नशेड़ियों का वीडियो ही बनाते रहे। नशेड़ियों को रोकने की हिमाकत नहीं की। आसपास के दुकानदारों और राहगीरों ने बीचबचाव करना चाहा, लेकिन हालात बेकाबू बने रहे। अंततः कुछ जागरूक नागरिकों ने समझाइश देकर दोनों पक्षों को किसी तरह वहां से हटाया, जिसके बाद सभी मौके से भाग निकले।
समाज पर धब्बा बनते जा रहे नशेड़ी युवायह मामला न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि शहर के युवाओं में बढ़ती नशाखोरी और बिगड़ते सामाजिक व्यवहार का भी प्रतीक बन चुका है। स्थानीय लोग और व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे पब और बार पर सख्त कार्रवाई हो तथा नशाखोरी रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवालकल रात युवतियां आपस में भिड़ीं और जिस प्रकार नशेड़ी एक युवती के बाल पकड़कर उसे जमीन पर घसीटता और लात मारता नजर आया, उससे एक बार फिर शहर में महिलाओं की सुरक्षा और देर रात विवादों को रोकने के लिए तैनात किए गए पुलिस वाहन पर सवाल उठते हैं। पूर्व में भी जोन-2 में आए दिन होने वाले नशेड़ी युवतियों के विवाद और हंगामे को लेकर पुलिस द्वारा शक्ति वाहिनी नाम से एक पीसीआर शुरू की थी। इसमें एक एसआई महिला और दो महिला आरक्षक के साथ पुलिस जवान भी मौजूद रहते थे। वैन में सवार दस्ते द्वारा रात में होने वाली घटनाओं को रोकने के साथ ही बेवजह रात में घूमने वाली युवतियों को रोकने-टोकने और उन्हें समझाइश दी जाती थी।