राऊ गोल चौराहे पर 1 नवंबर को खाती व पाटीदार समाज के युवकों के बीच लड़ाई की मुख्य वजह बच्चों का विवाद सामने आया है। एक पक्ष के युवक का कहना है कि वह चौराहे पर लड़ रहे बच्चों को समझाने लगा था। तभी दूसरे पक्ष से आए चार युवकों ने उससे बुरी तरह मारपीट कर दांतों से कान काट लिया। कान का काफी हिस्सा अलग हो गया। राऊ पुलिस ने अंग भंग के प्रकरण में मामूली धाराएं लगा दीं। पीड़ित पक्ष ने बुधवार को पुलिस कमिश्नर से मिलकर ठोस कार्रवाई की मांग की है। आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोग भाजपा से जुड़े हैं, इसलिए पुलिस ने दबाव में गंभीर धाराएं नहीं लगाईं।
मिली जानकारी के अनुसार 1 नवंबर को राऊ के तेजाजी चौक पर सचिन चौधरी (34) निवासी इमली बाजार खड़ा था। उसने देखा कुछ बच्चे चौराहे पर बुरी तरह लड़ रहे थे। यह देख सचिन बच्चों को समझाने लगा। तभी जितेंद्र डिंगू, वीरेंद्र ओरावाला और पुष्पक डिंगू साथियों के साथ आए और मेरे साथ गाली गलौज कर मारपीट करने लगे। जितेंद्र ने मेरे दाहिने कान का हिस्सा चबाकर अलग कर दिया। मेरे कपड़े फाड़कर मुझे जमीन पर लिटा दिया। गर्दन पर पैर रखकर बुरी तरह पीटा। वहां जमा लोगों ने मेरी जान बचाई।
दो समाज थाने पर हुए थे आमने-सामने
घटना के बाद उसी रात पाटीदार और खाती समाज के युवा आमने-सामने हो गए थे। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर पहले विवाद करने का आरोप लगाकर सड़क पर आ गए थे। थाने के बाहर सैंकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई थी। पुलिस अधिकारियों ने सामने आकर लॉ एन ऑर्डर की स्थिति संभाली थी।
कमिश्नर ने फुटेज व घायल की स्थिति देखी
घायल सचिन चौधरी और उसके परिचित बुधवार को पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह से मिले और घटना बताई। राऊ पुलिस द्वारा सामान्य धाराओं में कार्रवाई करने पर असंतोष जताया। कमिश्नर सिंह ने घटना के फुटेज व घायल की स्थिति देख सख्त कार्रवाई के लिए उन्हें आश्वस्त किया है।