
ईयर फोन लगाकर मोबाइल चला रहा युवक शुक्रवार दोपहर दर्दनाक हादसे का शिकार हो गया। वह मोबाइल में इतना मगन था कि पीछे से तेज रफ्तार मालवा एक्सप्रेस का हॉर्न भी नहीं सुन सका।
आखिरकार वह ट्रेन से टकराया और उसकी मौत हो गई। जीआरपी थाने के हेड कांस्टेबल अनिल जायसवाल के अनुसार मृतक की पहचान 26 वर्षीय शुभम पिता संतोष पावेड़ी निवासी बाणगंगा के रूप में हुई है। वह मजदूरी करता था, जबकि पिता प्लमर हैं। घटना दोपहर 1 बजे रेलवे ट्रैक की है। जायसवाल ने बताया युवक ने ईयर फोन लगा रखा था। इस दौरान पीछे से मालवा एक्सप्रेस तेजी से आई। उसके ड्राइवर ने कई बार हॉर्न बजाकर उसे हटाने का प्रयास किया, लेकिन उसे कुछ सुनाई नहीं दिया। तेज रफ्तार के कारण सुरक्षा के मद्देनजर ड्राइवर ट्रेन को रोक नहीं सकता था, इस वजह से हादसा हो गया।
राजस्थान का रहने वाला था
हेड कांस्टेबल के अनुसार घटना की सूचना पर टीम वहां पहुंची। युवक के शव के पास ही ईयर फोन, उसका कवर और मोबाइल भी मिला है। ड्राइवर ने कहा उसने कई बार हॉर्न बजाया, लेकिन वह सुन नहीं रहा था। उधर, पुलिस ने उसका पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजन को सौंप दिया। वे उसे राजस्थान के अपने पैतृक गांव ले गए हैं।
प्लेटफॉर्म गैप में एक और छात्र भी गिरा था, लोगों ने बचा लिया था
पीएससी की परीक्षा देने के लिए पन्ना जाते समय चढ़ने के दौरान ट्रेन से फिसलकर गिरे छात्र का वीडियो सामने आया है। घटना के वक्त हावड़ा एक्सप्रेस के जनरल कोच में चढ़ने के दौरान भीड़ उमड़ी थी। जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर लग रही थी, तभी पन्ना जिले के सिंदेड़ी गांव का छात्र लोकेंद्र पाठक भी सीट रोकने के लिए चढ़ रहा था। जब वह गिरा तब ट्रेन चल रही थी, इसलिए वह ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच दो-तीन बार 360 डिग्री घूम गया। वीडियो में दिख रहा है कि इस दौरान एक और छात्र फिसलकर गिरा था, लेकिन उसे किसी ने ऊपर खींचकर बचा लिया, वरना दो युवक हादसे का शिकार हो जाते। हादसा 18 जून को हुआ था।
कर्व ज्यादा होने से बैलेंस बिगड़ा
{फुटेज में दिख रहा है कि जनरल कोच में चढ़ने के लिए किस कदर भीड़ थी। लोकेंद्र अपना बैग लेकर घुसने की कोशिश कर रहा था, लेकिन प्लेटफॉर्म पर बड़ा सा कर्व होने के कारण उसका बैलेंस बिगड़ा, पैर फिसल गया और हादसा हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि भीड़ चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रही है। जब लोकेंद्र प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच गिर गया तब भी लोग चढ़ते रहे। धक्का-मुक्की करते रहे।