- अपहरण : मंदसौर से साथ में आया था मास्टर माइंड, उज्जैन से छूटकर घर पहुंचा पीड़ित।
इंदौर। मंदसौर के कपड़ा कारोबारी के साथ अपहरण की घटना सामने आई है। नकाबपोश बदमाशों ने कारोबारी को बंधक बनाया और आनलाइन फिरौती भी वसूल ली। उसकी सोने की चेन और मोबाइल छीन लिया। रातभर पिटाई की गई। मास्टर माइंड पूर्व परिचित है। वह उसे उज्जैन ले गया, तब कारोबारी चंगुल से निकला।
बाणगंगा थाने के टीआइ नीरज बिरथरे के मुताबिक घटना हनुमान नगर राम टेकरी मंदसौर के विशाल बालेश्वर आसारी के साथ हुई है। विशाल का नई आबादी (मंदसौर) में कपड़ों का कारोबार है। शनिवार को वह काम के सिलसिलें में पूर्व परिचित सचिन ओमप्रकाश पुरी के साथ बगैर नंबर की कार (सफेद) से इंदौर आया था। सचिन ने अपहरण की साजिश की और काम के बहाने सांवेर रोड स्थित सुनसान जगह ले गया।
दोस्त के रूम पर चाय-नाश्ता का बोला और पहले से बैठे तीन नकाबपोश बदमाशों की मदद से विशाल को बंधक बना लिया। विशाल को इतना पीटा कि नाक, कान, मुंह, पंजे, होंठ, आंख, गले से खून आने लगा। आरोपितों ने उससे कहा कि दोस्तों को फोन लगाकर बोल कि पुलिस ने पकड़ लिया है। विशाल ने दोस्त दीपक कचोरिया से 20 हजार रुपये जमा करवाए। सनी कुमावत से तीन हजार जमा करवाए। उसके स्वयं के खाते में 15 हजार रुपये जमा थे।
सचिन पूर्व ने 38 हजार रुपये आनलाइन ट्रांसफर कर लिए। उसकी सोने की चेन भी छीन ली। रात करीब तीन बजे जगह बदलने का बोला और मुंह पर कपड़ा बांधकर कार में बैठा लिया। आरोपित कार से उज्जैन लेकर आया। सचिन ने बस स्टैंड पर कार छोड़ी और बाथरूम की तरफ चला गया। इसी बीच विशाल कार स्टार्ट कर फरार हो गया। रविवार को उसने जीजा दीपक चंदेल, बहन सरस्ती, मधु को पूरी घटना बताई और कोतवाली थाना मंदसौर पहुंचा।
सीएसपी और थाना प्रभारी संदीप मौर्य को पूरी घटना बताकर सचिन व उसके साथियों पर लूट, अपहरण, मारपीट का शून्य पर केस दर्ज करवाया। दोपहर में मंदसौर से चार पुलिसकर्मी इंदौर पहुंचे और बाणगंगा थाना में मुकदमा दर्ज करवाया।