प्रदोष काल और निशिता काल (DIWALI PUJA TIMINGS)
लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल का मुहूर्त – शाम 5 बजकर 35 मिनट से रात 8 बजकर 10 मिनट तक
लक्ष्मी पूजा का निशिता काल मुहूर्त – रात 11बजकर 38 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक
दिवाली पर उपयोग होने वाली पूजन सामग्री
मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा, रोली, कुमुकम, अक्षत (चावल), मेवे, खील, बताशे, जनेऊ, श्वेस वस्त्र, इत्र, चौकी, कलश, कमल गट्टे की माला, पान, सुपारी, नारियल, लौंग, इलायची, धूप, कपूर, अगरबत्तियां, मिट्टी, दीपक, रूई, कलावा, शहद, दही, गंगाजल, गुड़, धनिया, फल, फूल, जौ, गेहूं, दूर्वा, चंदन, सिंदूर, पंचामृत, दूध, , शंख, आसन, थाली. चांदी का सिक्का, चंदन, बैठने के लिए आसन, हवन कुंड, हवन सामग्री, आम के पत्ते प्रसाद.
दीपावली पूजा मंत्र (DIWALI 2021 PUJA MANTRA)
नमस्ते सर्वगेवानां वरदासि हरे: प्रिया।
या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां या सा मे भूयात्वदर्चनात्।।
लक्ष्मी बीज मन्त्र (DIWALI 2021 LAKSHMI BEEJ MANTRA)
ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।।
मां लक्ष्मी-गणेश पूजन विधि-
सबसे पहले पूजा का संकल्प लें ,श्रीगणेश, लक्ष्मी, सरस्वती जी के साथ कुबेर जी के सामने एक-एक करके सामग्री अर्पित करें इसके बाद देवी-देवताओं के सामने घी के दीए प्रवज्जलित करें ऊं श्रीं श्रीं हूं नम: का 11 बार या एक माला का जाप करें |एकाक्षी नारियल या 11 कमलगट्टे पूजा स्थल पर रखें | श्री यंत्र की पूजा करें और उत्तर दिशा में प्रतिष्ठापित करें |देवी सूक्तम का पाठ करें |