
महामारी के कारण लंबे समय तक बंद रहने के बाद सोमवार को नर्सरी से आठवीं तक के स्कूल दोबारा खुल गए। स्कूल के खुलने और लंबे समय बाद अपने दोस्तों से मिलने का उत्साह बच्चों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था। शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों का दौरा कर बच्चों और अभिभावकों से बात की। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई दोबारा सामान्य तरीके से उनके कक्षाओं में शुरू हो चुकी है। मुझे खुशी है कि 19 महीने के लंबे अंतराल के बाद आज नर्सरी से आठवीं कक्षा के लिए दोबारा स्कूल खुल गए हैं। महामारी के कारण स्कूल पिछले 19 महीनों से बंद थे। बच्चों की पढ़ाई का काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। हमें बच्चों के स्वास्थ्य के साथ पढ़ाई की भी चिंता है। यदि अब स्कूलों को नहीं खोला गया तो एक पूरी पीढ़ी ज्ञान के अंतर के साथ आगे बढ़ेगी।
स्कूलों में अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिली
स्कूल खुलने के बाद हमारे शिक्षक, अभिभावक साथ मिलकर बच्चों के पढ़ाई के अंतर को खत्म करने का काम करेंगे। स्कूल खुलने के पहले दिन स्कूलों में काफी अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। अभिभावकों को बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर विश्वास है, लेकिन हमे ध्यान रखना है कि किसी भी अभिभावक को बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बाध्य नहीं किया जाए।
सामाजिक-भावनात्मक ख्याल रखना जरूरी
उन्होंने कहा कि हम सतर्क हैं। सभी स्कूलों में ये सुनिश्चित किया जाएगा कि वहां कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल और सामाजिक दूरी का पालन हो। बच्चों के स्कूल आते ही उन पर पढ़ाई नहीं थोपी जा रही, बल्कि पहले हैप्पीनेस क्लास, सचेतन द्वारा बच्चों के सामाजिक-भावनात्मक कल्याण पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि वे सामान्य होकर ऑफलाइन पढ़ाई के साथ जुड़ सकें।