पाकिस्तान के कोटरी शहर में चोरों ने हिंदू मंदिर से गहने और कैश चुरा लिया। बुधवार को हुई इस वारदात में चोरों ने तीन चांदी के हार और मंदिर की दानपेटी से 25 हजार रुपए कैश चुरा लिया गया। पुलिस ने मंदिर के केयरटेकर भगवानदास की शिकायत पर इस मामले में सेक्शन 457, 380, 295 और 297 के तहत केस दर्ज किया है।
पाकिस्तानी अखबर डॉन न्यूज के मुताबिक, चोरों ने कोटरी में देवी मां मंदिर को ताला तोड़ा और भगवान की मूर्तियों के गले में पहनाए गए चांदी के तीन हार और दान पेटी से करीब 25 हजार रुपए चुरा लिए। भगवानदास के मुताबिक, चांदी के तीनों हारों का वजन 10 तोला था।
चोरी की FIR दर्ज
जमशोरो SSP जावेद बलोच ने कहा कि मंदिर प्रबंधन को शक है कि पास के रहवासी इलाके से किसी ने मंदिर में लूट की। उन्होंने इस बात से इनकार किया मंदिर में देवी-देवताओं की प्रतिमा को या मंदिर को खंड़ित किया गया।
हालांकि सिंध प्रांत में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ज्ञानचंद ईरानी ने SSP को FIR दाखिल करने और आरोपियों को पकड़ने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिन में हिंदू समुदाय दीवाली का त्योहार मनाने जा रहा है, ऐसे समय में इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने SSP को यह आदेश भी दिया कि मंदिरों के चारों तरफ सुरक्षा बढ़ा दी जाए ताकि ऐसी वारदातों को पहले ही रोका जा सके।
जन्माष्टमी पर कृष्ण मंदिर में हुई थी तोड़फोड़
दो महीने पहले जन्माष्टमी के अवसर पर यहां के सिंध प्रांत के संघार जिले के खिर्पो इलाके में मंदिर में तोड़फोड़ की गई। यह मंदिर भगवान कृष्ण का है। इसमें रखी मूर्तियों को तोड़ दिया गया और वहां मौजूद हिंदुओं से मारपीट और बदसलूकी की गई। सिंध में हुई घटना की जानकारी पाकिस्तान के ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट राहत आस्टिन ने सोशल मीडिया पर दी थी। उन्होंने लिखा था- मंदिर पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि यहां हिंदू समुदाय धूमधाम से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने जुटे थे।
बांग्लादेश में भी मंदिरों पर हुए हमले
बांग्लादेश में नवदुर्गा के नौ दिनों में कई इलाकों में पूजां पंड़ालों और मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। यह हमले 13 अक्टूबर से शुरू हुए जब अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ हुई। चिट्टागांव के कोमिला इलाके में दुर्गा पंडालों पर हुए हमलों में 4 लोगों की मौत हुई थी। सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ी थी कि पूजा पंडाल में कुरान मिली है, जिसके बाद कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं। चांदपुर, चिट्टागांव, गाजीपुर, बंदरबन, चपाईनवाबगंज और मौलवीबाजार में कई पूजा पंडालों में तोड़फोड़ की गई।
इसके बाद भीड़ ने नोआखाली में इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ की। मंदिर की समिति ने दावा किया है कि 200 लोगों की भीड़ ने इस्कॉन के एक सदस्य पार्थो दास को बेरहमी से मार डाला, जिनका शव मंदिर के पास वाले तालाब में मिला। शुक्रवार को नोआखाली जिले में ही बेगमगंज इलाके में जतन कुमार साहा नाम के एक शख्स को मार डाला गया, जबकि 17 लोग घायल हुए।