- एसपी ने जारी किया नोटिस ; कोर्ट में लगी जमानत की अर्जी
- आरोपियों में भाजपा नेता भी शामिल, 6 महीने पहले पुलिस पर हुआ था हमला
पुलिस को बीच बाजार में दौड़ा- दौड़ा कर पीटने वाले आज पुलिस थाने में ही खड़े होकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जश्न मना रहे है। ऐसा सिन अक्सर फिल्मो में देखा करता था, लेकिन आज यह दृश्य सिंगरौली जिले के जियावन थाने में हकीकत का देखने को मिल रहा है।
ज्ञात हो कि बीते लॉकडाउन में करीब 6 माह पूर्व देवसर बाजार में पुलिस और भाजपा नेता सुरेशकांत सहित पुलिसकर्मियों के बीच मारपीट हुई थी। जहाँ पुलिस ने सुरेशकांत द्विवेदी सहित अन्य लोगो पर मारपीट और शासकीय कार्य मे बाधा डालने का मामला दर्ज किया था।
मामला काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा। और धीरे-धीरे शांत ही हो रहा था लेकिन नए थाना प्रभारी के रूप में कपूर त्रिपाठी के आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।
आरोपी ने टीआई के साथ घंटो मनाया जश्न..?
जियावन थाना प्रभारी कपूर त्रिपाठी का बीते रविवार को जन्मदिन था। अब भला टीआई के जन्मदिन पर कौन है जो पीछे रहना चाहेगा। हुआ भी कुछ ऐसा,जन्मदिन पर कई लोग बधाई प्रेषित किये। लेकिन शोशल मीडिया पर एक फोटो और वीडियो वायरल हुआ जिसमें देखा गया कि पुलिस पर हमले का आरोपी सुरेश कांत द्विवेदी भी साथ मे है। और बड़े ही हर्षोल्लास के साथ जन्मदिन मनाया जा रहा है। इस जश्न में साहब कुछ इस कदर मसगुल हुए की यह तक भूल गए कि यह आरोपी है।
टीआई को नोटिस जारी, बढ़ सकती है मुश्किले।
शहर के एक प्रतिष्ठित अखबार में प्रकाशित खबर की मानें तो पुलिस अधीक्षक ने टीआई कपूर त्रिपाठी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।यदि जवाब से एसपी संतुष्ट नहीं हुए तो टीआई की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हलांकि टीआई ने यह कह कर मामले को दबाने का प्रयास किया कि मेरी नई पोस्टिंग हुई है पूर्व की घटना के बारे में नहीं पता लेकिन अनोखी आवाज़ टीम से फोन पर हुई बातचीत के दौरान टीआई ने स्पष्ट कहा था कि अभी चालान पेश नहीं हुआ पुनः मामले को विस्तार से जानने के लिए फोन किया गया तो जवाब नहीं मिला। अब इन्ही बातों से टीआई की बातों की सत्यता का बखूबी अंदाजा लगाया जा सकता है।
कोर्ट में लगी जमानत की अर्जी
टीआई कपूर त्रिपाठी को भी क्या पता था कि इस बार का जन्मदिन मुश्किलें खड़ी कर सकता है। फिलहाल सूत्रों की मानें तो आरोपियों की आज जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी लगी है। अब देखना होगा कि उक्त मामले में टीआई साहब पुलिस अधीक्षक से बचने का क्या रास्ता निकालते हैं।