शहर की गलियों में छोटे छोटे केबिननुमा कमरों में बैठकर करोड़ों के सौदे करने वाले रियल स्टेट दलालों को कलेक्टर ने चेतावनी देते हुए कहा कि सभी को रेरा में पंजीयन कराना आवश्यक है वरना सभी दलालों पर कार्रवाई निश्चित है।
इंदौर शहर में शायरियों के माध्यम से हो रहे प्रॉपर्टी ओके सौदों पर जिला प्रशासन में नकेल कसने का काम शुरू कर दिया है पिछले दिनों ही जिला प्रशासन ने 11 डायरी बस दलालों पर वारंट जारी कर उनसे बांड भरवाए थे साथ ही एक दलाल को जेल भेज दिया था दरअसल डायरी के माध्यम से कई दलाल ऐसी कालोनियों का सौदा कर देते हैं जिनके पास ना तो किसी प्रकार की वैध अनुमति है और ना ही कॉलोनी का डेवलपमेंट शुरू हो पाया है ऐसे डायरी के सौदों में कई लोग धोखाधड़ी के शिकार भी हो चुके हैं इन सभी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए इंदौर जिला प्रशासन ने डायरी बास दलालों के खिलाफ मुहिम छेड़ी है अब इसके बाद इंदौर जिला प्रशासन ने शहर की गलियों में छोटे-छोटे कमरों में बैठकर प्रॉपर्टी के सौदे करने वाले रियल स्टेट ब्रोकरों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू की गई इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक इंदौर शहर में गली गुचों में बैठकर प्रॉपर्टी के सौदे करने वाले छोटे-छोटे करीब 10 हज़ार से ज्यादा दलाल हैं जबकि 2016 में लागू किए गए रेरा के अंतर्गत मात्र ढाई सौ दलाल भी पंजीकृत नहीं हो पाए हैं ऐसे में सभी दलालों को को रेरा के तहत अपना पंजीयन कराना होगा वरना प्रशासन स्तर पर ऐसे सभी दलालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी यही नहीं यदि किसी उपभोक्ता द्वारा डायरी द्वारा सौदा करवाने की शिकायत की जाती है तो अब जलाल के साथ ऐसे कानूनों इधर के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए प्रशासन जल्द ही आदेश जारी करने वाला है।