इंदौर पुलिस की ओर से गुरुवार को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया गया. इस दौरान आरएपीटीसी 15 वी बटालियन में एडीजी डॉक्टर वरुण कपूर ने शहीदों के स्मारक पर पुष्प अर्पित किया.एडीजी के द्वारा शहीद सम्मान समारोह के मौके पर अमर बलिदान देने वाले पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
दरअसल 21 अक्टूबर 1959 में लद्दाख में तीसरी बटालियन की एक कंपनी को भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए लद्दाख में ‘हाट-स्प्रिंग‘ में तैनात किया गया था. कंपनी को टुकडिय़ों में बांटकर चौकसी करने को कहा गया. जब बल के 21 जवानों का गश्ती दल ‘हाट-स्प्रिंग’ में गश्त कर रहा था. तभी चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते ने इस गश्ती टुकड़ी पर घात लगाकर आक्रमण कर दिया. तब बल के मात्र 21 जवानों ने चीनी आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया.मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए 10 शूरवीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया. बीते कई साल से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के इन बहादुर जवानों के बलिदान को देश के सभी केंद्रीय पुलिस संगठनों व सभी राज्यों की सिविल पुलिस द्वारा ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है…
इधर कार्यक्रम में मुख्य तौर पर शामिल हुए, एडीजी डॉ वरूण कपूर ने शहादत देने वाले पुलिस पदाधिकारी और जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.. उन्होंने कहा कि हम उन शहीद पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को याद कर रहे हैं,जिन्होंने समाज में शांति व विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए उग्रवादियों-अपराधियों से लोहा लेते हुए अपना बलिदान दिया है।
इस दौरान आईजी इंदौर हरिनारायण चारी मिश्र द्वारा शहीदों के सामान्य श्रद्धा सुमन अर्पित वही आईजी मिश्र ने कहा कि पुलिस आंतरिक सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है.. लेकिन पिछले दिनों कोरोना संक्रमण काल के भयावह परिदृश्य में पुलिस ने अपना दायित्व निभाया है। इस दौरान कई जवानों और अधिकारियों ने अपने कोरोना काल में अपने प्राण का बलिदान दिया है।