
असंतोष की आग को बुझाने और सेबोटेज के शोलों को ठंडा करने का काम संगठन के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने गणों के साथ अपने हाथ में लिया है। चार उपचुनाव – खंडवा लोकसभा सीट के साथ रैगांव, पृथ्वीपुर और जोबट को जीतने की जंग जारी है। इन उपचुनावों में बहुजन समाज पार्टी की अनुपस्तिथि ने भाजपा के लिए कठिन बना दिया है। रैगांव व पृथ्वीपुर में में कमज़ोर वर्ग के करीब सात से ग्यारह प्रतिशत वोट बहुजन समाज पार्टी के खाते में जाते रहे हैं। भाजपा में सारा दारोमदार संगठन की चतुराई, चुनाव प्रबंधन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की लोकप्रियता पर निर्भर है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत भी मिलजुल कर कमान सम्हाले हुए हैं। श्री शर्मा चुनाव अभियान में मुख्यमंत्री की भांति हवाई यात्राएं कर रहे हैं।
प्रदेश के चारों उपचुनावों में सीटों का गणित 50-50 है। दरअसल विधानसभा की तीन सीटों में पृथ्वीपुर और जोबट कांग्रेस के खाते की है और विंध्य क्षेत्र की रैगांव सीट भाजपा की है। यहां से पूर्व मंत्री भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी के निधन के बाद उनके परिवार के बेटे पुष्पराज और बहु वंदना देवराज बागरी के बीच टिकट पाने की गलाकाट गुटबाजी थी। पार्टी ने यहां बीच का रास्ता अपनाया और बेटे बहु को टिकट देने के बजाए प्रतिमा बागरी को टिकट दिया है। भाजपा के सामने यहां सेबोटेज को रोकना सबसे कठिन काम है। इसके लिए संगठन के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रभारी मंत्री के साथ भरोसेमंद नेताओं को इसका जिम्मा सौंपा है। इसमें पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला सबसे अहम किरदार माने जा रहे हैं। इसी तरह पृथ्वीपुर में प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव के साथ मंत्रीगणों में विश्वास सारंग, अरविंद भदौरिया व प्रभुराम चौधरी सहित संगठन में सक्षम लाल सिंह आर्य जैसे नेताओं को मोर्चे पर लगाया है। जोबट में प्रभारी मंत्री के साथ वनवासी क्षेत्र में काम करने वाले नेताओं को सक्रिय किया गया है। यहां कांग्रेस से आईं भाजपा प्रत्याशी सुलोचना रावत की मतदाताओं में गहरी पैठ का भी पार्टी को लाभ मिलेगा।लेकिन यहां भाजपा के असंतोष का सुलोचना रावत को सामना करना पड़ रहा है। यहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया भाजपा को हराने में पूरी ताकत लगा रहे हैं। हालांकि यहां कांग्रेस की दिवंगत विधायक कलावती भूरिया के भतीजे दीपक भूरिया टिकट नही मिलने के कारण असंतुष्ट हैं। भाजपा इस असंतोष का लाभ लेने की जुगत में है। खंडवा लोकसभा सीट पर भाजपा ने संगठन के नेताओं के अतिरिक्त मंत्रियों की तैनाती भी की है।
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह रोज़ाना रात में आठ से बारह बजे के बीच चुनाव क्षेत्र में तैनात मंत्रियों से फोन व वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए चर्चा कर रहे हैं। उनका ज़ोर स्थानीय विकास के साथ असंतुष्ट और भीतर घात करने वाले नेता व कार्यकर्ताओं को पार्टी की मुख्य धारा में लाकर सक्रिय करना है।