उपचुनाव में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बाद कांग्रेस को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सक्रिय होने का इंतज़ार है। श्री सिंह 22 से 27अक्टूबर तक चुनाव प्रचार में उतर रहे हैं। भाजपा उनकी रणनीति पर भी नज़र रखेगी। सबको पता है मैदानी जमावट और कार्यकर्ताओं से दिग्विजय सिंह के आत्मीय रिश्ते चुनाव के गणित को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। पिछले आम चुनावों में भी दिग्विजय सिंह की संगठन क्षमता का सबने लोहा माना था।