हद हो गई बेशर्मी की!! लानत है!! इस व्यवसायिकता को!!
प्रदेश और देश के सबसे धनवान व्यवसायी अग्रवाल ग्रुप के चेयरमैन के चमेली देवी स्कूल को छात्रों की फीस न भर पाने की वजह से बच्चों की पढ़ाई रोकने और टी सी न जारी करने पर! हाई कोर्ट को निर्देश देना पड़े! अभी कुछ दिन पहले ही अग्रवाल कोल कोर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विनोद अग्रवाल जिन्हें भारत के सबसे रईस जिनके पास 1000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है के क्लब मे शुमार किया गया के बड़े भाई है! और पूरे अग्रवाल ग्रुप के चेयरमैन है!? इंदौर का अग्रवाल ग्रुप 50 हजार करोड़ रुपए का ग्रुप है!
चौथी क्लास पास पुरुषोत्तम अग्रवाल के शहर में दो स्कूल है! एक अग्रवाल पब्लिक स्कूल और दूसरा चमेली देवी पब्लिक स्कूल और इन दोनों स्कूलों में इन्हीं के द्वारा लिखित पाठ्य पुस्तकें “लर्न बाइ फन” के नाम से पढ़ाई जाती है!? जब इन पाठ्य पुस्तकों का विमोचन तथाकथित कार्पोरेट धर्माचार्य श्री अवधेशानन्द ने किया था तो इन पाठ्य पुस्तकों को अदभुत बताया था! जबकि उस समय उन पाठ्य पुस्तकों मे सेकड़ो तथ्यात्मक गलतियां और अर्थ का अनर्थ करने वाले विषय शामिल थे!!!
इंदौर के यशवंत प्लाज़ा कमर्शियल काम्प्लेक्स की दूसरी तीसरी मंजिल के गलियारों में भी नर्सरी स्कूल चलाया जाता है!? इनके दोनों स्कूलों के प्रबंधन के खिलाफ विगत कुछ सालो में अनेकों शिकायतें जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर कलेक्टर तक को की जा चुकी है! यहा तक की मुख्यमंत्री का काफिला रोककर मुख्यमंत्री को भी की जा चुकी है! लेकिन पूरा सिस्टम सर झुका कर 4 थी क्लास पास ट्रांसपोर्ट, कोयले और शिक्षा व्यवसायी की तथाकथित अकूत दौलत और उस दौलत से खरीदी गयी राजनीतिक, रसूख के सामने बड़ी बेशर्मी से सर झुकाएं खड़ी है!? जो काम सरकार को करना चाहिए वो माननीय उच्च न्यायालय को करना पड़ रहे हैं!?