शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है। नगर निगम प्रशासन ने शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना बनाई है। इसके लिए एक प्राइवेट कंपनी को काम सौंपा गया है। ये कंपनीशहर से कूड़ा एकत्र कर अपनी दिल्ली स्थित प्लांट में ले जाकर उसे रिसाइकिल करेगी। अधिकारियों की मानें तो हर माह कंपनी शहर से करीब 10 से 15 टन प्लास्टिक एकत्र करके ले जाएगी। अभी कंपनी शहर के कबाड़ियों से प्लास्टिक खरीद रही है। खास बात ये है कि इसके बदले नगर निगम पर कोई आर्थिक भार नहीं पड़ेगा। यानी निगम, कंपनी को कोई चार्ज नहीं देगा। इस काम के लिए कंपनी जनप्रतिनिधियों, आरडब्लूए व अन्य संस्थाओं की मदद लेगी।
प्लास्टिक से सीवर-नालियां हो रही जाम
बता दें कि राज्य सरकार ने प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा रखा है बावजूद प्रशासन इसे लागू नहीं करा पा रहा है। कभी कभार दो चार दुकानदारों का चालान कर निगम अधिकारी चुप्पी साध लेते हैं।जानकारों की मानें तो शहर में इस वक्त सबसे अधिक प्लास्टिक वेस्ट जनरेट हो रहा है। इससे सीवर व नालियां जाम हो जाती हैं। इससे पूरे शहर में सीवर ओवरफ्लो और पानी निकासी न होने की समस्या बनी रहती है।
कंपनी ऐसे करेगी काम
नगर निगम के चीफ इंजीनियर हार्टिकल्चर बीके कर्दम ने बताया कि दिल्ली बेस्ड रैमकी कंपनी को प्लास्टिक वेस्ट उठाने का कार्य सौंपा गया है। ये कंपनी सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर वहां की आरडब्ल्यूए व संस्थाओं से संपर्क करेगी। जिस किसी के पास भी प्लास्टिक वेस्ट होगा कंपनी उसे लेगी। इसके अलावा कूड़े कचरे के ढेर में से भी प्लास्टिक उठाने का कार्य करेगी। कंपनी हर माह यहां से करीब दस से 15 टन प्लास्टिक उठाएगी। उसे दिल्ली स्थित प्लांट पर ले जाकर रिसाइकिल करेगी।