शहर की तीन प्रमुख सब्जी व अनाज मंडियों में टैक्स चोरी का खेल जारी है। पड़ताल में सामने आया, टैक्स चोरी रोकने के लिए मंडी प्रबंधन भले ही इंतजाम करने की बात कर रहा हो, लेकिन अभी भी कारगर तरीके से इस पर रोकथाम नही लग पाई है। पुख्ता जानकारी के मुताबिक अकेले चोइथराम सब्जी मंडी में हर दिन 15 लाख रूपए की टैक्स चोरी अभी भी हो रही है। उधर प्रबंधन ने मंडी में टैक्स चोरी मामले में निगरानी बढ़ाने पर विचार करने की बात कही है।
राजीव गांधी प्रतिमा के पास स्थित इस सब्जी मंडी में बड़ी संख्या में फल व सब्जियां आती हैं। जानकारी के मुताबिक यहां हर दिन एक करोड़ से ज्यादा का व्यापार होता है। व्यापार के मान से अगर टैक्स की बात करें तो जानकारों ने हर दिन करीब 15 लाख की टैक्स चोरी होने की बात भी कही है। चोरी की बड़ी वजह चौकीदार, गेट कीपर या मुख्य द्वार पर तैनात कर्मचारियों की कार्यप्रणाली है। यहां कुल चार चौकियां हैं। तीन अंदर व एक चौकी बाहर स्थित है। हर कर्मचारी का प्रति वाहन एक से डेढ़ हजार रुपए अवैध वसूली भी फिक्स है। एेसे में एक दिन में लाखों का गोलमाल इस मंडी से हो रहा है।
पड़ताल की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। मंडी सूत्रों ने बताया कि मुख्य द्वार पर तैनात हर कर्मचारी प्रति माह 2 लाख रुपए अपनी जेब में डाल रहा है। एेसे में तीनों मंडियो में दर्जनभर कर्मचारी एेसे हैं जो अकेले इस राशि का गबन करते आए हैं। इन पर कार्रवाई की बात करें तो मंडी प्रशासन भी कड़ी कार्रवाई करने के बजाए सिर्फ इन कर्मचारियों को इधर से उधर करते नजर आए। इसके पीछे तर्क दिया गया कि कर्मचारियों की शिकायतें बार बार मिल रही थी इसलिए एेसा किया गया।
टैक्स में इजाफा हुआ
हमने चोरी रोकने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी बदलने का फैसला लिया था, जिसका फायदा दिख रहा है। टैक्स में 30 फीसद का इजाफा हुआ है। पिछली बार 54 करोड़ आय हुई थी, इस बार टारगेट 60 करोड़ से ऊपर जाएगा।