आज के समय में जहां मोबाइल फोन होना जरूरत बन गई है। वहीं यह रिश्ते टूटने का कारण बन रहा है। ऐसे ही मामले में वन स्टाप सेंटर ने एक पति पत्नी के बीच समझौता करवाया
प्रशासक वंचना सिंह परिहार ने बताया कि एक युवती ने वन स्टाप सेंटर पर आवेदन दिया की पति मारपीट करता है। बच्चे का और मेरा खर्च नहीं उठाता। मैं मां बाप के पास रह रही हूं या तो मुझे लिखा पड़ी करके घर ले जाए या फिर मुझे भरण पोषण दिलवाया जाय। जब पति को केंद्र पर बुलाया गया तब कुछ अलग ही कहानी सामने आई।
पति का आरोप था की पत्नी गलत बातों में लग गई है, किसी दूसरे पुरूष से बात करती है। साथ ही किसी बचपन के दोस्त से भी बातें करती है। पहले तो पति को समझाया गया की किसी से फोन पर बात करना कहां गलत है, फिर तुम्हें पत्नी गलत क्यों लगती है? पूछने पर उसने बताया की कई दिनों से ये सिलसिला जारी है। समझाया भी पर इसे समझ नहीं आया। हमारा पांच साल का बेटा है। मैं भी फैक्ट्री में काम करता हूं, मुझे कोई शराब की आदत नहीं फिर इसे क्या समस्या है?
परिहार ने बताया कि पति को कहकर पत्नी की कॉल डिटेल जमा करवाई गई, जिसका विश्लेषण करने पर पता चला कि युवती रात में अपने दोस्त से और दिन में कई-कई बार एक इलेक्ट्रीशियन से लंबी बात करती रही है।
मामले की गंभीरता को देख युवती की काउंसलिंग की गई, पति द्वारा महत्व नहीं दिए जाने पर दूसरे युवकों से बात करने का मूल कारण बना। हालांकि युवती उनसे मिलती भी नहीं थी। युवती के साथ लंबे सत्र के बाद कुछ बातों के लिए पति को भी समझाइश दी गई। युवती के मित्र को भी बुलाकर समझाया गया।
कुछ दिन बाद दोनों को द्वितीय काउन्सलिंग सत्र के लिए बुलाया गया और सभी मसलों का हल निकाल, युवती को सही गलत की समझाइश दी गई। दोनों का साथ जाना तय हुआ, इसी दौरान पूछताछ में ज्ञात हुआ की जो दूसरा व्यक्ति है वो पति पत्नी को फोन लगाकर परेशान कर रहा है। तब उसे एक बार समझाइश दी और नहीं सुधरने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही तब आखिरकार मामला खत्म हुआ। दोनों पति-पत्नी सहर्ष साथ साथ वन स्टाॅप सेन्टर से रवाना हुए।