इंदौर 18 जून को हर साल विश्व पिकनिक दिवस मनाया जाता है। पिकनिक का नाम सुनते ही बच्चों और बड़ों के चेहरे पर बड़ी सी स्माइल आ जाती है। पिकनिक जाने के लिए अक्सर सभी तैयार रहते हैं। लोग अक्सर पिकनिक मनाने नेचर के बीच जाना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन एक सवाल जरूर उठता है यह पिकनिक शब्द आया कहां से हैं?कहा जाता है कि पिकनिक शब्द फ्रेंच भाषा से लिया गया है। जिसका अर्थ होता है प्रकृति के बीच बैठकर भोजन या नाश्ता किया जाएं। ऐसा भी कहा जाता है कि फ्रांस रेवोल्यूशन के बाद ही यह ट्रेंड काफी पॉपुलर हुआ है और पूरी दुनिया में इसे अपना लिया गया है।
वही जो प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि इंदौर के प्राणी संग्रहालय में 5 सालों से लगातार काम किए जा रहे हैं जिससे निश्चित ही जनता ने काम का स्वागत किया है साथ ही फूड फॉल लगातार बढ़ता जा रहा है वही पिछले 5 सालों में फूड फॉल की बात करें तो पहले 12 लाख के आसपास हुआ करता था लेकिन अभी प्राणी संग्रहालय का फूड फॉल 20 से ₹22 तक पहुंच चुका है इंदौर के प्राणी संग्रहालय में फ़ूड फॉल कम नहीं हुआ है प्राणी संग्रहालय का प्रयास रहता है कि नए-नए प्राणी संग्रहालय में आते रहे साथ ही नई-नई एक्टिविटीज भी दर्शकों को रिझाने का काम करती है जिसके चलते प्रदेश के अन्य प्राणी संग्रहालय की तुलना में इंदौर के प्राणी संग्रहालय में दर्शकों की संख्या कम नहीं होती
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के ज़ू प्रभारी डॉक्टर उत्तम यादव ने बताया कि हालांकि पिछले 2 वर्षों से इंदौर के प्राणी संग्रहालय में कोरोना का ग्रहण लगने से पिकनिक के लिए दर्शक नहीं आ पा रहे हैं जिसके चलते लोगों में मायूसी जरूर छाई हुई है लेकिन उम्मीद लगाई जा सकती है कि आने वाले दिनों में जल्द ही इंदौर के प्राणी संग्रहालय को दर्शकों के लिए खोला जाएगा और एक बार फिर संग्रहालय मैं दर्शकों की रौनक छाईगी।