ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स (NSW) राज्य की सरकार ने स्कूलों में कृपाण रखने पर बैन लगा दिया है। भारत में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने इसका विरोध करते हुए भारत सरकार से दखल देने की मांग की है। यह मामला कुछ दिनों पहले शुरू हुआ था। सिख समुदाय के एक छात्र ने खुद पर हमला होने के बाद बचाव में 16 साल के एक दूसरे छात्र पर कृपाण से हमला कर दिया था। घटना ग्लेनवुड हाईस्कूल की है।
भारत में नाराजगी
भारत में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने न्यू साउथ वेल्स सरकार के इस फैसले पर गहरी नाराजगी जताई। SGPC ने भारत सरकार से दखल की मांग की है। संगठन ने कहा कि केंद्र सरकार को इस बारे में ऑस्ट्रेलियाई सरकार से बात करके यह बैन हटवाना चाहिए।
ऑस्ट्रेलियन सिख एसोसिएशन ने भी मामले में सख्त रुख अपनाया। इसके सचिव प्रीतपाल सिंह ने कहा- न्यू साउथ वेल्स सरकार ने बेहद जल्दबाजी में यह फैसला लिया है। एजुकेशन मिनिस्टर ने कृपाण को स्कूलों में बैन कर दिया है। हम इसे फैसले का विरोध करते हैं।
सिखों से बात क्यों नहीं की गई
प्रीतपाल ने कहा- यह बहुत जल्दबाजी में लिया गया और एकतरफा बैन है। इस बारे में सिख कम्युनिटी से बातचीत या विचार विमर्श क्यों नहीं किया गया। जिस छात्र पर हमला करने का आरोप है उसका स्कूल में मजाक उड़ाया जाता था। हमें इस बात का दुख है कि दूसरे छात्र को हमले में चोट आई। एक अन्य सिख ने कहा- यह हमारी संस्कृति और धर्म पर हमला है। हमें उम्मीद है कि इस बैन को सरकार हटाएगी।