इंदौर में बढ़ते कोरोना की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा शनिवार और रविवार को लगाने वाले लॉक डाउन को लेकर शहर में किस तरह से रहेगी व्यवस्था इसको लेकर कलेक्टर मनीष सिंह अधिकारियों के साथ रेसीडेंसी कोठी पर बैठक ली जिसमें उन्होंने बताया कि इंदौर के कई क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए शासन द्वारा निर्देश आए हुए हैं।
मप्र शासन से निर्देश का पालन करते हुए इंदौर में जिस क्षेत्र में कोरोना के अधिक पॉजिटिव मरीज आ रहे है वहा माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं कुछ हमारे द्वारा पहले भी बनाई गए हैं इस को और अधिक इफेक्टिव करने के लिए पिछले 1 तारीख से लेकर जिस वार्ड में ज्यादा मरीज है वहां चयनित किया गया है 34 लोग ऐसे निकले हैं जिसमें एसडीएम और संबंधित अधिकारी को पहले सीमाएं आईडेंटिफाई करेगी फिर उसके बाद माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा जिसमें वही पैटर्न रहेगा। केवल उन्हीं लोगों को निकासी दी जाएगी जो अत्यधिक आवश्यक सुविधाओं के लिए ही जा सकेंगे पहले सैनिटाइजेशन होगा और हर घर में सर्वे किया जाएगा सभी की स्कैनिंग किए जाएंगे आशा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी लगाएंगे और अगर जरूरत पड़ी तो वहां पर वेक्सीनेशन कैंप भी लगाया जाएगा। यह प्रकिया अगले 7 दिनों में कर रहे हैं उसके बाद एसडीएम द्वारा नोटिफाई किया जाएगा इसमे सभी अधिकार एसडीएम को दिया जा रहा है आगे जहां-जहां आवश्यकता पड़ेगी वहा पर भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। इस इसका मुख्य उद्देश्य है कि कोरोना कंटेन होना चाहिए,हालांकि कलेक्टर ने कहा कि शाहरम में लोग पॉजिटिव होने के बाद भी शहर में बेधड़क घूम रहे है,,, यह नहीं सोच रहे हैं कि इससे दूसरे लोग संक्रमित हो सकते हैं जबकि होम आइसोलेशन ऐप में है वह लोग जितने भी पेशेंट आ रहे हैं शहर में जो हॉस्पिटल में भर्ती नहीं हो रहे हैं उन्हें होम आइसोलेशन के माध्यम से हम मॉनिटरिंग कर रहे हैं,,,, इसलिए यह सब करना जरूरी है ताकि लोग अपने घर में रहे और पूर्ण रूप से स्वास्थ्य ठीक होने के बाद ही निकले घर से बाहर निकले।