इंदौर. प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की ये तस्वीरें जाहिर करती है कि मरीज व उनके परिजनों के साथ आये दिन विवाद क्यों सामने आते रहते है। दरअसल, सोशल मीडिया पर जिस महिला गार्ड को एक दबंग सुरक्षाकर्मी के रूप में पेश किया जा रहा है उसमें कितनी सत्यता है ये तो पुलिस की जांच का विषय है लेकिन तथ्य हमारे पास है उस लिहाज से एक बार फिर ये सामने आ रहा है कि एम.वाय. अस्पताल प्रबंधन को डॉक्टरो से लेकर सुरक्षा गार्ड्स तक को ‘विशेष शांति योग’ की ट्रेनिंग देना जरूरी हो गया है। अब बता दे कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे कथित तौर पर एक युवक पर चोरी का इल्जाम लगाते हुए एम.वाय. अस्पताल की महिला सुरक्षा गार्ड उसकी कॉलर पकड़कर उसे घसीटते हुए चौकी ले जाती है और जैसे ही उसे पता चलता है कि मीडिया सामने है तो वो उसे तमाचा भी जड़ देती है। तस्वीरों में आपको घटना के वक्त खाकी वर्दी में पुलिसकर्मी भी नजर आते है लेकिन उनको कुछ नही दिखाई देता है और लोग भी तमाशबीन के रूप में नजर आते हैं। घटना की बात की जाए तो मामला ये हुआ कि चोइथराम इलाके में रहने वाला युवक मनोज बुखार होने के चलते एम.वाय. में इलाज के लिए पहुंचता है तब ही महिला गार्ड को उससे धक्का लग जाता है जिसके बाद महिला गार्ड नैना शिंदे का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है और वो युवक को कॉलर पकड़कर चौकी ले जाने लगती है इसके बाद रास्ते मे उस पर गार्ड, आरोप लगाती है कि उसने बुजुर्ग का हजारो रुपये से भरा बटुआ उड़ा दिया जिसके चलते वो उसे पुलिस के पास ले जा रही है। इसके बाद युवक को पुलिस के पास ले जाया जाता है जहां युवक खुद को मीडिया के कैमरे के सामने बेकसूर बताने लगा। मनोज नामक युवक ने बताया कि उसे बुखार था इसलिए इलाज के लिए आया था और अचानक मामूली सी टक्कर के बाद उस पर गम्भीर आरोप लगा दिए गए। वही प्रत्यदर्शियों की माने तो आये दिन एम.वाय. कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड्स का रवैया लोगो के प्रति ऐसा ही रहता