राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार कक्का जी केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि अध्यादेश एवं राज्य सरकार द्वारा लाए गए मंडी मॉडल एक्ट को किसानों के लिए मौत का फरमान बताया, साथ ही कहा कि देश मे अघोषित आपातकाल चल रहा है।
मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए लाए गए तीन कृषि अध्यादेशों को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। एक तरफ जहां मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस आंदोलन कर रहा है तो वही राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने भी तीनो कृषि विधेयक और राज्य सरकार द्वारा लाए गए मंडी मॉडल एक्ट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार कक्का जी ने प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू होते ह किसानों को होने वाली परेशानियों से अवगत कराया। कक्का जी ने कहा कि इन अध्यादेशों के खिलाफ हमने पीएम मोदी को पत्र लिखा। 32 मजदूर विरोधी कानून, 18 किसान विरोधी कानून इस सरकार ने पास किए। देश मे एक अघोषित आपातकाल चल रहा है।
कक्का जी ने कहा कि किसानों को तीनों अध्यादेश की जानकारी नही है, लिहाजा राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ पूरे मध्यप्रदेश में जनजागरण अभियान चलाकर किसानों को जागरूक करेगा। इस दौरान देशभर के बड़े किसान नेता, वक्ता ओर बुद्धिजीवी लोग किसानों को जागरूक करेंगे। आज से जनजागरण अभियान की शुरुआत पूरे देश प्रदेश में चलेगा।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिमन्यु कोहाड़ ने सिलसिलेवार तरीके से बताया कि सबसे पहले अध्यादेश में एक देश एक मार्केट बनाने की बात कह रहे है, लेकिन एमएसपी को लेकर कोई ग्यारंटी नही है। नए अध्यादेश के तहत यदि व्यापारी किसान की जमीन या पैसा खा जाते है तो किसान को कोर्ट में जाने का अधिकार नही।
मोदी जी ऐसा करके अडानी अंबानी को फायदा देने का काम कर रहे। तीसरे कानून कांट्रेक्ट फार्मिंग के तहत किसान को उसी की जमीन पर मजदूर बनाने की कोशिश की जा रही है। तीनो अध्यादेश देश के किसानों के खिलाफ मौत का फरमान है
वही हरियाणा के किसान नेता अक्षय नरवाल ने कहा कि आने वाले किसानों को नष्ट करने के लिए तीनो कानून को बनाया।
शिवकुमार कक्का जी ने कहा कि पहले अध्यादेश में पीएम ने कहा कि एमएसपी पर ग्यारंटी की बात कही लेकिन कानून में लिखित रूप से एक लाइन नही जोड़ी, दूसरे कानून में व्यापारी को भंडारण की छूट देने की बात कही, जिससे व्यापारी कम दाम के माल खरीदेंगे ओर बाद में मोटे दाम पर बेचा जएगा। तीसरे कानून कांट्रेक्ट फार्मिंग में किसान उसकी जमीन पर ही मजदूर बन जाएगा। कक्का जी ने कहा कि तीनों कानून किसानों की मौत का फरमान है और मोदी सरकार द्वारा व्यापारियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश है।