इंदौर के तिलक नगर थाना क्षेत्र के पिपल्याहाना में रहने वाले 45 वर्षीय ऑटो चालक ने सूदखोरों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। जिसके खिलाफ ऑटो रिक्शा एसोसिएशन ने डीआईजी कार्यालय पर दोषियो की खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
वीओ-देस की आर्थिक राजधानी इंदौर में बिना लाइसेंस के सूदखोरी, साहूकारी का धंधा लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से अब आत्महत्या के मामले भी बढ़ने लगे है, ताजा मामला पीपल्याहाना कांकड़ का है, जहाँ रहने वाले 45 वर्षीय ऑटो रिक्शा चालक ने सूदखोरों से परेशान होकर शनिवार दोपहर फांसी लगा ली। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें एक सूदखोर की धमकी से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है। घटना के विरोध में ऑटो रिक्शा चालक एसोसिएशन ने डीआईजी कार्यालय पर आक्रोश जाहिर करते हुए ज्ञापन सौंपा।
मृतक ऑटो रिक्शा चालक के भाई ने बताया कि सूदखोरों द्वारा लगातार दवाब बनाए जाने की वजह से उसके भाई ने आत्महत्या का कदम उठाया।
ऑटो रिक्शा चालक एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश घोड़कर का कहना है कि विधानसभा में प्रस्ताव पास हुआ कि बिना लाइसेंस कोई भी सूदखोरी या साहूकारी नही करेगा, लेकिन इसके बाद भी इंदौर में मोटे ब्याज पर गरीबों को पैसा दिया जाता है और फिर दवाब बनाकर वसूली की जाती है, जिससे लोग आत्महत्या करने जैसा कदम उठा रहे। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि शहर में सूदखोरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए