
निगम इंजीनियर ने अय्याशी करने के बाद अपने आप को बचाने के लिए युवतियों के खिलाफ ब्लैकमेल का मामला दर्ज करवाया था। युवती ने कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद हरभजन सिंह पर केस दर्ज करने के लिए कलेक्टर को आवेदन भेजा
पहले इंदौर से रीवा ट्रांसफर, फिर निलंबित किए गए नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह की मुश्किल और बढ़ गयी है। हनी ट्रैप मामले में फिलहाल न्यायिक हिरासत में ली गई युवती ने सिंह पर भी ज्यादती की धाराओं में केस दर्ज कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दायर की थी । कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद उसने जेल में शपथ पत्र बनवाया। फिर हरभजन सिंह पर केस दर्ज करने के लिए कलेक्टर को आवेदन भेजा।
युवती के अधिवक्ता के मुताबिक युवती ने शपथ पत्र में उल्लेख किया कि हरभजन सिंह ने दो बार उसके साथ ज्यादती की है। इंदौर में अलग-अलग दो निजी होटलों में उसने यह हरकत की। 30 अगस्त 2019 को एक होटल में हरभजन ने नौकरी की बात करने के बहाने बुलाया था। वहां गई तो वह मुझे एक कमरे में ले गया। उसके पास धारदार हथियार भी था, जिससे धमकाकर हरभजन सिंह ने मेरे साथ ज्यादती की। घटना के 10-15 दिन बाद भी नौकरी नहीं लगाई तो मेने मिलना बंद कर दिया।
हरभजन सिंह ज्यादती के बारे में किसी को भी बताने पर मुझे धमकी देता था। यह बात परिजन को बताई तो वे रिपोर्ट लिखवाने जाते, उसके पहले ही हरभजन सिंह पलासिया थाने पहुंच गया और मेरे खिलाफ वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने सहित अन्य धाराओं में मनगढ़त घटना बनाकर एफआईआर दर्ज करवा दी। 12 सितंबर को युवती ने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर केस दर्ज करने की अर्जी कलेक्टर को भेजी है।