- पहली और दूसरी बार सफाई में नबंर वन का ताज दिलाने वाले वर्तमान निगम आयुक्त मनीष सिंह अब इंदौर कलेक्टर हैं
- शहर को तीसरी बार नंबर वन बनाने वाले निगमायुक्त आशीष सिंह वर्तमान में उज्जैन कलेक्टर हैं
सफाई के मामले में लगातार चौथी बार इंदौर नंबर-1 बनने जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 लीग के तीनों क्वार्टर में भी इंदौर अव्वल रहा है। दूसरे और तीसरे क्वार्टर के रिजल्ट आज घोषित किए जाएंगे। जबकि छह हजार नंबर के स्वच्छता सर्वेक्षण में सिर्फ पहले क्वार्टर के घोषित परिणामों में इंदौर ने बाजी मारी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में परिणामों की घोषणा आज ऑनलाइन समारोह के जरिए करेंगे। भोपाल में वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व महापौर मालिनी गौड़, कलेक्टर मनीष सिंह, निगमायुक्त प्रतिभा पाल और पूर्व निगमायुक्त आशीष सिंह उपस्थित रहेंगे। मप्र को कुल 10 अवॉर्ड मिलेंगे। इनमें इंदौर के अलावा भोपाल, जबलपुर, बुरहानपुर, रतलाम, उज्जैन, नगर पालिका सिहोरा, नगर परिषद शाहगंज, नगर परिषद कांटाफोड़ और छावनी परिषद महू कैंट शामिल हैं।
दूसरे नंबर पर सूरत और फिर नवी मुंबई का आ सकता है नाम
सूत्रों के अनुसार इंदौर फिर नं. 1 बनेगा। दूसरे नंबर पर सूरत और फिर नवी मुंबई का नाम है। हैट्रिक के बाद इंदौर का चौका इसलिए भी पक्का है, क्योंकि इंदौर नगर निगम के कार्यों के आधार पर ही मिनिस्ट्री द्वारा स्वच्छता के मापदंड तय किए जा रहे हैं। इंदौर को पिछले दिनों घोषित हुए गारबेज फ्री सिटी की रैंकिंग में भी फाइव स्टार मिले थे।
देश के 4242 शहरों से मुकाबला
स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर पालिक निगम इंदौर को लगातार 3 वर्षों से देश के ‘स्वच्छतम् शहर’ का स्थान प्राप्त है। इस बार भी स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में इंदौर का प्रदर्शन देश के 4242 शहरों के बीच उत्कृष्ट रहना संभावित है। स्वच्छ भारत मिशन के सुव्यवस्थित क्रियान्वयन के लिए राज्यों को पुरस्कृत करने की श्रेणी में मध्यप्रदेश को 100 से अधिक नगरीय निकायों वाले राज्यों की श्रेणी में तीसरा स्थान प्राप्त हो सकता है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के अंतर्गत देश के 4242 शहरों ने भागीदारी की थी, जिसमें शहरों को साफ-सफाई से आगे स्वच्छता को संस्थागत स्वरूप देना और नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता को प्रमुखता से शामिल किया गया था।
सर्वेक्षण के प्रमुख घटक, जिनके आधार पर मिले नंबर
इस सर्वेक्षण के प्रमुख घटक अपशिष्ट संग्रहण और परिवहन, प्र-संस्करण एवं निष्पादन, संवहनीय स्वच्छता और नागरिकों की सहभागिता और नवाचार आदि प्रमुख घटकों को शामिल किया गया था। इन घटकों में कुल 6000 अंकों के आधार पर भारत सरकार द्वारा अधिकृत स्वतंत्र संस्था द्वारा मैदानी मूल्यांकन तथा जनता के फीडबैक के आधार पर अंतिम परिणाम प्रकाशित किए गए हैं।
मध्यप्रदेश के 378 शहरों ने अपना बेहतर प्रदर्शन किया
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के घटकों में मध्यप्रदेश के 378 शहरों ने अपना बेहतर प्रदर्शन किया। इसमें शहरों में स्वच्छता, साफ-सफाई, आधारभूत संरचनाओं का निर्माण तथा उनका प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन और शहरों की स्वच्छता बनाए रखने में नागरिकों का सहयोग प्राप्त करने के प्रयास प्रमुखता से किए गए। इन्हीं प्रयासों के परिणाम स्वरूप खुले में शौच से मुक्त राज्य का गौरव प्राप्त किया और हमारे 234 शहर ओडीएफ+ और 107 शहर ओडीएफ++ के परीक्षण में सफल हुए हैं। इसी क्रम में कचरा मुक्त शहर के मूल्यांकन में राज्य के 18 निकाय स्टार रेटिंग प्राप्त करने में सफल रहे हैं, जो देश में सर्वाधिक शहरों के मामलों में द्वितीय स्थान है। उल्लेखनीय है कि विगत तीन सर्वेक्षणों में भी मध्यप्रदेश के 20 शहर देश के सर्वश्रेष्ठ 100 शहरों में रहे हैं।
सिटीजन फीडबैक: इंदौर के लोगों ने स्वच्छता को न सिर्फ सराहा बल्कि उनके जवाबों के कारण इंदौर फिर नं. 1 बन सका। इसका मतलब कि जो शहर दावा कर रहा है उसकी सच्चाई लोग ही बताएंगे। दूसरे शहरों ने तो खुद को बहुत ही अच्छा और साफ बताया, लेकिन लोगों ने निगेटिव फीडबैक दिया।
वेस्ट रिडक्शन: लोगों ने सिंगल यूज प्लास्टिक बैन किया। डिस्पोजल के स्थान पर बर्तन बैंक और थैलियों के विकल्प में झोला बैंक शुरू किया।
रेवेन्यू कलेक्शन: इंदौर ने कचरा प्रबंधन शुल्क के 40 करोड़ वसूले। यह वह शिखर था, जिसे कोई दूसरा शहर छू भी नहीं सका। यहां तक नं. 2 रहे भोपाल में भी कचरा प्रबंधन शुल्क 15 करोड़ से ज्यादा नहीं बताया गया।
घर-घर आज दीप जलाकर जश्न, कल सफाईकर्मियों का सम्मान
चौथी बार नंबर-1 बनने पर इंदौर में जश्न मनाया जाएगा। इसकी तैयारियां सांसद शंकर लालवानी द्वारा करवाई जा रही हैं। चौके की घोषणा होने से पहले गुरुवार सुबह ऐसे लोगों को बुलाया है, जिनके सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं। ये लोग अपने-अपने प्लेटफॉर्म के जरिए सोशल मीडिया पर ‘सफाई में इंदौर का चौका’ की जानकारी लाइव पहुंचाएंगे।
शाम को घर-घर दीप जलेंगे और थालियां बजाई जाएंगी। सांसद ने लोगों से अपील की है कि शुक्रवार सुबह घर-घर आने वाले सफाई कर्मियों का सम्मान करें। उन्हें माला पहनाकर आरती उतारें और मिठाई खिलाएं। शाम 4 बजे रवींद्र नाट्यगृह में 400 लोगों का समारोह भी होगा। इसमें सभी जोन से सफाई कर्मियों का प्रतिनिधित्व रहेगा।
ऐसे होगा ऑनलाइन प्रोग्राम
- 20 अगस्त की सुबह 11 बजे पीएम ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल होंगे। दो मिनिट का स्वागत भाषण केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा का होगा।
- इसके बाद 4.45 मिनिट की फिल्म का प्रसारण और 3 मिनिट में स्वच्छ सर्वेक्षण–2020 की स्क्रीनिंग मूवी दिखाई जाएगी।
- 11.20 पर स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के डेश बोर्ड की लांचिंग होगी।
- 11.21 से अवार्ड की घोषणा होगी।
- 11.33 पर केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री का भाषण होगा।
- 11.38 से 12 बजे तक पीएम का उद्बोधन होगा।
- दूसरे सत्र में भी अलग-अलग कैटेगरी के अवॉर्ड की घोषणा होगी।
- 2.30 पर कार्यक्रम समाप्त होगा।
इस तरह होंगे अवॉर्ड
- देश का सबसे स्वच्छ शहर – नंबर 1
- देश का सबसे स्वच्छ शहर – नंबर 2
- देश का सबसे स्वच्छ शहर – नंबर 3
- देश का सबसे स्वच्छ शहर – नंबर 1 (एक लाख तक की आबादी तक)
- देश का सबसे स्वच्छ शहर – नंबर 2 (एक लाख तक की आबादी तक)
- देश का सबसे स्वच्छ शहर – नंबर 3 (एक लाख तक की आबादी तक)
- बेस्ट स्टेट अवार्ड – देश का सबसे स्वच्छ केंटोनमेंट बोर्ड
- बेस्ट गंगा टाउन – नंबर 1 – बेस्ट सिटी, जनता की भागीदारी – एक लाख तक की आबादी में
- बेस्ट सिटी, जनता की भागीदारी – एक लाख से ज्यादा आबादी में
- सिटीजन फीडबैक, वेस्ट रिडक्शन, रेवेन्यू कलेक्शन के बूते बाजी मारी