
- कोरोना की वजह से इस बार मथुरा और वृंदावन के हर मंदिर को दस अगस्त से लेकर 13 अगस्त तक बाहर से आए लोगों के लिए बंद कर दिया गया है
- मथुरा के प्रसिद्ध पेड़े की एक दुकान बंद है, काउंटर टेढ़ा हो गया है, मकड़ी ने जाल बना लिए हैं, दुकान देखकर समझा जा सकता है कि चार महीनों से बंद है
सड़क के बीचो- बीच एक पुलिस चेक पोस्ट है। पोस्ट पर उत्तर प्रदेश पुलिस के कुछ जवान और एक दारोगा जी मुंह पर रूमाल बांधे बैठे हैं। पोस्ट की बाहरी दीवार पर लिखा है- उच्च सुरक्षा जोन, श्रीकृष्ण-जन्मस्थान। यहां से किसी भी गाड़ी को अंदर जाने देने की अनुमति नहीं है। करीब 7 सौ मीटर की दूरी पर स्थित श्रीकृष्ण-जन्मस्थान मंदिर के मुख्य गेट तक पैदल ही जाया जा सकता है।
मंदिर के मुख्य गेट तक जाने वाली सड़क मथुरा शहर की बाकी सड़कों के मुकाबले चौड़ी है। सड़क के दोनों तरफ खाने-पीने, साज-श्रृंगार और दूसरी छोटी-छोटी दुकानें हैं। सड़क बिल्कुल खाली है। इक्का-दुक्का लोग आ जा रहे हैं। पुलिस चेक पोस्ट से मंदिर के मुख्य गेट के बीच क़रीब 100 दुकानें हैं। दुकानें खुली तो हैं लेकिन उनका खुलना न खुलना बराबर जान पड़ता है। मथुरा के प्रसिद्ध पेड़े की एक दुकान तो बंद ही है। काउंटर टेढ़ा हो गया है। मकड़ी ने जाल बना लिया है। दुकान देखकर ही ये समझा जा सकता है कि पिछले 3-4 महीनों से बंद है।