रुपाली जैन अध्यक्ष संस्था परम पूज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी ने बताया – संस्था प्रवेश के द्वारा इंदौर शहर में लगभग 6000 महिलाओ को जोड़कर 600 स्व सहायता समूह बनाये गए है | इन महिलाओ को कई कोर्सेस जैसे रेशम की ज्वेलरी बनाना, हेंडीक्राफ्ट, खिलोने, फ़ूड प्रोसेसिंग एवं सिलाई का निशुल्क प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा गया था परन्तु कोरोना संक्रमण महामारी की वजह से समूहों के रोजगार बंद हो गए | संस्था द्वारा इनमे से लगभग 400 महिलाओं को मास्क बनाने हेतु जीवन शक्ति योजना से जोड़ा गया | इस योजनान्तर्गत प्रत्येक महिला द्वारा 200 मास्क बनाकर दिए गए परन्तु इसके पश्चात् फिर आय का कोई साधन नहीं होने की परेशानी को देखते हुए संस्था द्वारा निर्णय लिया गया कि इन महिलाओं के लिए बाहर से मास्क बनाने का आर्डर लेकर इन्हे रोजगार दिलाया जाये | संस्था की टीम के प्रियांशु जैन, सोमेन्द्र दोशी, सोनाली बागड़िया, जय भार्गव , ज्योति गुर्जर, सौरव जैन , सहित 40 सदस्यों ने इसे एक चुनौती की तरह लेते हुए समूहों की 400 महिलाओं के लिए विभिन्न जगहों से अभी तक लगभग 3.5 लाख मास्क बनाने का रोजगार उपलब्ध करवा चुके है एवं कार्य अभी भी जारी है | मटेरियल हेतु संस्था द्वारा आर्थिक सहयोग किया गया |
स्व सहायता समूह की महिलाये रोजगार के साथ साथ अपना मानव धर्म निभाते हुए ये मंशाये रखती है कि 1 लाख मास्क बनाकर जरुरतमंदो को निशुल्क वितरण किये जाये, अपने अपने गांवो को पहुंच रहे मजदूरों को निशुल्क वितरित किये जाये, गरीब बस्तियों में भी वितरित किये जाये साथ ही इस महामारी में अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर रात दिन अपनी अमूल्य सेवाएं देने वाले स्वास्थ विभाग के कर्मी, पुलिस विभाग के कर्मी, नगर निगम के कर्मचारी एवं हमारे इंदौर को स्वच्छता में नंबर 1 बनाने में अपना अमूल्य सहयोग देने वाले रेगपिकेर्स को धन्यवाद स्वरुप उन्हें मास्क देना चाहती है |अभी तक इन महिलाओं द्वारा लगभग 75000 मास्क निर्मित कर निशुल्क वितरित किये जा चुके है |इतनी गरीबी में भी इस विपदा की स्थिति में भी इन महिलाओं द्वारा सहयोग की भावना को देखते हुए संस्था प्रवेश द्वारा हर तरह का सहयोग करने का हर संभव प्रयास किया है |
आज ट्रेन्चिंग ग्राउंड की रेगपिकेर्स महिलाओं को 5000 निशुल्क मास्क का वितरण माननीय सांसद महोदय श्री शंकर जी लालवानी के कर कमलों से हुआ | सांसद महोदय जी ने महिलाओं की मंशा का सम्मान करते हुए इस सद्कार्य हेतु अपनी सहमति एवं अमूल्य समय प्रदान कर इस अतुल्य कार्य को और मनोबल दिया है |