कल विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 में घटे घटनाक्रम पर मेरी यह राय है कि आज कर्मशील एवं जनहितेषी नेता सुदर्शन गुप्ता के विरोध में जो लोग खड़े हैं जो उन पर कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं उनसे इतनी सी बात कहनी है कि जब प्रदेश जल रहा था जब आग पर काबू पाया जा सकता था,विस्फोट होने से रोका जा सकता था जब आप की सरकार थी तब तो आप, आप के बंगलों से बाहर नहीं निकले जब इस गंभीर महामारी से दो-चार हो रहे हमारे डॉक्टर,पुलिस के जवान,सफाईकर्मी एवं अन्य जो भी कोरोना फाइटर जिन पर एक विशेष क्षेत्र से जिन पर आपकी पार्टी की विशेष कृपा रही है उनके द्वारा पत्थर फेंके गए,थुंका गया जब तो आप लोगों के मुँह पर ताले थे कि इस वर्ग पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे हो क्योंकि वह आपका वोट बैंक है आप की राजनीति की रोटियां उनके जलाए हुए तवे पर ही सिकती है इसीलिए उनके प्रति आपकी विशेष हमदर्दी हमेशा बनी रहती है पर एक सवाल यह है कि आप उस समय गहरी निद्रा में क्यों सो रहे थे या आपको उस समय आप की कुर्सी बचाने की क्यों पड़ी हुई थी??
जब आज जनता के नेता सुदर्शन गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री के जन्मदिन पर जनसेवा का जो कार्यक्रम आयोजित किया था मुझे ऐसा लगता है कि वह निश्चित ही जनता की भलाई के लिए किया गया था परंतु कुछ उपद्रवी लोगों के सुनियोजित षड्यंत्र के कारण और अनायास ही भगदड़ मचने के कारण जो कल कार्यक्रम का अंजाम हुआ उसमें सुदर्शन गुप्ता की कोई भी जनता के प्रति छल कपट या जनता को दुख दर्द देने की भावना का प्रतिबिंब उसमें झलकता है मुझे ऐसा नहीं लगता।
अतः जिनके खुद के घर शीशे के हो वह दूसरों पर पत्थर नहीं उछाले तो ज्यादा अच्छा रहेगा।