पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कराची में रहने वाले हिंदू परिवार की बेटी की शादी पुणे में होना तय हुई पूरा परिवार इससे बेहद खुश था लेकिन इस बीच लॉक डाउन के कारण वीजा मिलने में देरी हुई और पिछले हफ्ते ही कराची में इस हिंदू परिवार की बेटी को अगवा कर लिया गया और जिसके बाद उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया गया
आप समझ सकते हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों के लिए जीवन कितना मुश्किल है? इस बारे में बरसों से पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं और सिखों के लिए संघर्ष करने वाले और इंदौर से सांसद शंकर लालवानी का कहना है कि आप पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों का दर्द समझिए, उन्होंने बेटी की सगाई पुणे में तय कर दी, लॉकडाउन के कारण आने में देर हुई और इस बीच उस बेटी का अपहरण हो गया, उसका जबरन धर्म परिवर्तन हो गया और उसकी शादी करवा दी गई। एक हिंदू बेटी आंखों में सपने लिए भारत आना चाहती थी, अपना घर बसाना चाहती थी लेकिन उसे जबरदस्ती मुस्लिम बना दिया गया।’
इस घटना के बाद लड़की का परिवार का सदमें में है और उन्होंने भारत सरकार से जल्द ही वीजा देने की मांग की है। इस पीडि़त परिवार ने सांसद शंकर लालवानी से भी संपर्क किया है और सांसद ने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से बात कर उन्हें जल्द वीसा दिलवाने की कार्यवाही शुरू कर दी है।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इस परिवार की दूसरी बेटी के रिश्ते की बात राजस्थान में चल रही है और वे इस परिवार को जल्दी भारत लाने के लिए प्रयासरत है। इस परिवार को वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत लाने के लिए वे विदेश एवम गृह मंत्रालय से सम्पर्क में है।
सांसद शंकर लालवानी राजनीति में आने से पहले से ही पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं और सिखों के लिए काम करते रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के लिए हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। इसीलिए मा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नागरिकता कानून में संशोधन कर पाकिस्तान में अत्याचार सह रहे लोगों की भारत वापसी आसान की थी।
सांसद ने नागरिकता कानून में संशोधन का विरोध करने वाले लोगों पर भी सवाल उठाया और कहा कि ऐसे सभी लोग अब चुपचाप बैठे रहेंगे।
बहरहाल, चाहे कोरोना हो या चाहे कोई और आपदा, पाकिस्तान कभी नहीं सुधरेगा। ऐसे कठिन समय में भी पाकिस्तान में बेटियों को अगवा करने और उनका धर्म परिवर्तन कर उनकी जबरन शादी करवाई जा रही है।