
हर साल पूरे देश के लोगों को मॉनसून का बेसब्री से इंतजार रहता है। जब कि इस बार मॉनसून दुगनी तेजी से कदम बढ़ा रहा है। लेकिन किसी को मानसून की फिक्र ही नहीं, क्योंकि जितनी खुशी मानसून आने की है। उससे कहीं ज्यादा चिंता इस बात की है, कि कहीं मॉनसून आने के कारण कोरोना वायरस गति और तेज ना हो जाए जैसा अन्य ठंडे देशों में हुआ।
प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने वाले को अब प्रकृति शायद बक्षने वाली है। जिस तरह से देश में कोरोना महामारी तेजी से पैर पसार रही है उतनी ही तेजी से अब मॉनसून भी केरल में दस्तक देने वाला जहां मॉनसून हर वर्ष जून के पहले हफ्ते में दस्तक देता है वह 1 जून से 5 जून के बीच की केरल और मध्य प्रदेश में दस्तक दे सकता है ऐसा अनुमान इंदौर के कृषि महाविद्यालय मौसम वैज्ञानिक संजय कुमार शर्मा का कहना है की केरल में जल्दी मॉनसून दस्तक देगा जिसके कारण पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी मानसून के आगमन की तैयारियां शुरू हो चुकी अनुमान लगाया जा रहा है कि धार जिले के आसपास मॉनसून कि पहली बारिश हो सकती हैं।
हालांकि यह तो समय ही बताएगा कि मानसून के आगमन से कोरोना महामारी फैलती है या कम होती है क्योंकि मानसून का आगमन प्रकृति पर निर्भर करता है और समय के साथ में मानसून अपने समय पर पहुंचने वाला है।