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गूगल ने नए टूल और क्रोम ब्राउज़र की प्राइवेसी और सिक्योरिटी सेटिंग्स को डेस्कटॉप पर रोल आउट करना शुरू कर दिया है. जानें इससे आपको क्या फायदा होगा…
उदाहरण के लिए क्रोम में नई सुरक्षा जांच यूज़र्स को बताएगी कि क्या उन्होंने जो पासवर्ड क्रोम को याद रखने के लिए कहा था, उससे समझौता किया गया है, और अगर ऐसा हुआ है, तो उन्हें कैसे ठीक किया जा सकता है.
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क्रोम का नया टूल आपको किसी खतरनाक वेबसाइट पर जाने या किसी खतरनाक एप्लिकेशन या एक्सटेंशन को डाउनलोड करने से भी बचाता है. अगर आपका क्रोम का कोई नया वर्जन मिला है तो इसके बारे में आपको एक और नए अडिशनल तरीके से पता चल जाएगा, ताकि आप नए वर्जन को डाउनलोड किया जा सके.गलत एक्सटेंशन की मिलेगी जानकारी
अगर गलत या अनचाहे एक्सटेंशन इंस्टॉल किए गए हैं, तो ये आपको बताएगा कि उन्हें कैसे और कहां से निकाला जा सकता है. इस साथ ही ये री-डिजाइन कुकीज़ को मैनेज करना भी आसान बनाता है. यूज़र्स लगभग सभी वेबसाइटों पर सभी कुकीज को ब्लॉक कर सकते हैं.
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गूगल में सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर अब्देलकरीम मर्दिनी ने मंगलवार को एक ब्लॉग पोस्ट में इसकी जानकारी शेयर करते हुए लिखा, ‘क्रोम सेटिंग्स के टॉप पर आपको ‘यू एंड गूगल’ (पहले ‘people’ दिखाई देता था) दिखाई देगा, जहां आप सिंक को मैनेज कर सकते हैं. इन मैनेजमेंट से आपको ये पता चलता है कि आपके गूगल में स्टोर करने के लिए गूगल के साथ कौन सा डेटा शेयर किया गया है और ये आपके सभी डिवाइस पर उपलब्ध कराया गया है.’
बताया गया कि कई लोग रेगुलर तौर पर अपनी ब्राउजिंग हिस्ट्री को डिलीट करते हैं, इसलिए गूगल ने प्राइवेसी और सिक्योरिटी अनुभाग के टॉप पर क्लियर ब्राउजिंग डेटा की सुविधा प्रदान की है.
गूगल ने कहा कि नए अपडेट और फीचर्स, जिसमें फिर से डिजाइन की गई प्राइवेसी और सिक्योरिटी सेटिंग्स शामिल हैं. मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले हफ्तों में ये क्रोम के डेस्कटॉप प्लेटफॉर्म पर आने वाली हैं.
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First published: May 21, 2020, 8:43 AM IST