इंदौर19 मई 2020

‘500 किलो से ज्यादा पोष्टिक चावल और दलिया के साथ 3-4 हजार रोटियां तैयार करते है प्रतिदिन’..
कोविड-19 के कहर से जूझ रही आर्थिक राजधानी इंदौर में मुकप्रणियो के बदहाल जीवन में कुछ पशु प्रेमियों ने आवश्यक भोजन के रंग भर दिए हैं। जी हां पीपुल्स फॉर एनिमल के लगभग 50-60 कार्यकर्ता शहर भर के 5 हजार श्वानों को रोजाना भोजन खिला रहें हैं।एक तरफ कोरोना कॉल के कारण इंदौर बीते 50 दिनों से शासन ने लॉक डाउन कर रखा है। ऐसे में 1 लाख से ज्यादा आवारा श्वानों में 5 हजार से ज्यादा व्यावसायिक/ओद्योकिग और वाणिजियक क्षेत्रो में रहने वाले आवारा श्वानों के जीवन पर भोजन के आभाव में संकट उठ खड़ा हो गया था। ऐसे में पीपुल्स फॉर एनिमल की इंदौर इकाई आगे आयी और प्रतिदिन इन मूक प्राणियों की भूख तृप्ति हेतु भोजन प्रबंध शुरू किया…कहते है ‘जहाँ चाह, वहाँ राह’ ये कहावत चरितार्थ की है इन पशु प्रेमियों ने…जन सहयोग से मिलने वाला अनाज, नगर निगम से मिलने वाली रोटियां जब कम पड़ने लगी तब भी इन पशु प्रेमियों ने हार नही मानी.. ये पशुप्रेमी गये लोगो के बीच और ‘एक रोटी, मुकप्राणि के नाम’ मुहिम शुरू की, आज लगभग 1 हजार लोगों से रोटिदान लेकर कर रहे है भोजन की आपूर्ति..रोजाना शाम 5 बजे से अगले दिन अल सुबह तक समूचे इंदौर को क्षेत्रवार भोजन की आपूर्ति की इस मुहिम का नेतृत्व कर रही प्रियांशू जैन बताती है कि मुहिम शुरू करने के पहले प्रतिदिन 200 से 600 डॉग बाइट के केस रिपोर्ट हो रहे थे, प्रियांशू आगे कहती है कि भोजन के अभाव में भूखे कुत्तों का स्वभाव उग्र हो रहा था, जिसके चलते डॉग बाइट के मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की जा रही थी। मुहिम के बाद डॉग बाइट के मामले आजकल महज 50-60 ही रिपोर्ट हो रहें है। इस मुहिम से जुड़े लोगों के जज्बे और उनके मुकप्रणियो के प्रति निभाये जा रहे कर्तव्यों को सलाम…