
सांसद शंकर लालवानी ने स्कूलों को सिर्फ ट्यूशन फीस ही लेने का आदेश देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद दिया है। इंदौर के हजारों अभिभावकों ने सांसद शंकर लालवानी से निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए कहा था और सांसद ने इस बाबत मुख्यमंत्री से बात की थी।
कोरोना के कारण बच्चों के स्कूल बंद है लेकिन स्कूलों की फीस का मीटर चालू है। कुछ देर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाकर पैरेंट्स पर फीस का दबाव स्कूल बना रहे थे जिसके बाद इन अभिभावकों ने सांसद शंकर लालवानी से ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस के जरिए अपनी बात रखी और कहा कि स्कूल बंद है फिर भी ट्रांसपोर्ट फीस, मेस फीस और 10% फीस बढ़ाने का दबाव भी बनाया जा रहा है। जिस पर सांसद ने जल्द ही समाधान निकालने का भरोसा दिया था।
इसके बाद सांसद ने निजी स्कूलों से बात कर स्पष्ट कहा था कि कोरोना बेहद कठिन समय है और ऐसे में जो ज्यादा सक्षम है उसे उतना त्याग तो करना पड़ेगा। सांसद ने कहा था कि स्कूलों की ट्यूशन फीस भी काफी ज्यादा होती है ऐसे में जब स्कूल बंद है तो अन्य फीस नहीं लेनी चाहिए।
इसके बाद सांसद शंकर लालवानी ने मुख्यमंत्री से बात कर अभिभावकों को राहत देने का निवेदन किया था और इस पर मुख्यमंत्री ने निजी स्कूलों को सिर्फ ट्यूशन फीस लेने का ही आदेश दिया है।
सांसद शंकर लालवानी का कहना है कि ‘मैंने अभिभावकों और निजी स्कूलों का पक्ष विस्तार से सुना था और मा.मुख्यमंत्री जी को अवगत करवाया था कि कोरोना कि कठिन दौर में अभिभावकों को राहत दी जानी चाहिए और मुख्यमंत्री जी ने हमारी बात मान ली है, जिसके लिए मैं उनका आभारी हूं।’
इन दिनों पैरेंट्स बच्चों की पढ़ाई ठप होने से काफी परेशान है और स्कूलों के रवैये उनकी चिंता बढ़ा दी थी लेकिन फीस में राहत मिलने से उनकी कुछ मुश्किलें आसान जरूर होगी।