
मध्यप्रदेश के रहने वाले 100 से ज्यादा जवान आर्मी की साउथ कमांड से रिटायर होने के बाद बैंगलोर में ही फंसे हुए थे जिन्हें इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने अपने घर लौटने में मदद की है। 2 महीने तक फंसे रहने के बाद आखिर सांसद की मदद से ये सभी जवान अपने-अपने घर पहुंच चुके है।
मूलत: मध्यप्रदेश के रहने वाले सेना के 100 से ज्यादा जवान 31 मार्च 2020 को आर्मी की साउथ कमांड से रिटायर हुए लेकिन तब तक लॉकडाउन शुरू हो चुका था और ये जवान बैंगलोर में ही फंसे हुए थे। इन जवानों ने मध्यप्रदेश सरकार को ऑनलाइन लौटने के लिए भी आवेदन किया लेकिन तुरंत मदद नहीं मिल पाई। जिसके बाद इन जवानों ने इंदौर सांसद शंकर लालवानी से बात कर मध्यप्रदेश लौटने की व्यवस्था करने के लिए अनुरोध किया।
2 महीने से फंसे जवानों के लिए सांसद ने तुरंत ही मध्यप्रदेश सरकार से बात कर इन जवानों को ई-पास जारी करवाए और रक्षा मंत्रालय से बात कर सभी सैनिकों की बैंगलोर से मध्यप्रदेश आने की व्यवस्था करवाई।
इनमें इंदौर और देवास जिले के भी जवान है जिन्होंने अपने साथियों की तरफ से सांसद शंकर लालवानी को धन्यवाद दिया और आभार व्यक्त किया। इस पर सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले सेना के ये वीर जवान अपने घर लौटना चाहते थे और मैंने मा.मुख्यमंत्री से निवेदन कर इनके लौटने की व्यवस्था करवाई। सांसद का कहना था कि सेना के लिए उनके मन में बहुत सम्मान है, वे हमेशा देश के लिए जीते हैं, ऐसे में सेना के वीर जवानों के लिए कोई भी काम करना आत्मिक संतोष देता है। सेना के इन बहादुरों का कर्ज हम कभी नहीं उतार सकते।