इंदौर 02 मई 2020
इन्दौर के खजराना में वाजिद खान आर्टिस्ट उन असली हीरोज को सलाम करता हूं जो पूरी ताकत से इस महामारी को कंट्रोल करने में लगे है। इस मुश्किल दौर में डॉक्टर्स और पुलिस अपनी जान दाव पर लगाकर हमारी जान की हिफाज़त करने में लगे है। लेकिन फिर भी डॉक्टर्स और पुलिस पर हमलों की वारदात सामने आ रही है। हमने पूरी दुनिया से इन महायोद्धाओं के लिए मेसेजेस बुलवाए जिन्हें प्रिंट कर ग्राउंड पर जमाकर पुलिस और डॉक्टर्स की तस्वीर बने। काम आधा ही हुआ था कि टाटपट्टी बाखल इंदौर के रहवासियों के मेसेजेस जब मैंने पड़े तो मैंने अपना काम बीच में रोक दिया उन्होंने मैसेज में लिखा या तो आप फूल से बनाइए या पत्थर से बनाइए हमारी गली के कुछ लोगों ने पत्थर मारे और बहुत लोगों ने हमें हम सब को बुरा कहा हम सब माफी और शुक्रिया अदा करना चाहते हैं डॉक्टरों और पुलिस होगा वसल हमारे हीरो हैं यह बात मेरे दिल को छू गई और फिर मैंने पत्थर से 8 वर्ग बनाने शुरू किया क्योंकि उन लोगों का ऐसा कहना था कुछ लोगों कि वजह से जो सदमा इनको हुआ वह किसी का भी दिल पिघला दे। फरिश्तों पर पत्थर बरसा के उनको घायल किया गया था। रहवासी चाहते थे फूलों से या उन पत्थरों से पुलिस और डॉक्टर्स का शुक्रिया किया जाए। मेरे लिए मुश्किल जरूर था लेकिन यह बताकर फक्र महसूस कर रहा हूं की पत्थरों से एक अनोखा आर्टवर्क २ हफ्तों की कड़ी मशक्कत के बाद अब तैयार है। इंदौर के टी.आई. देवेन्द्र चंद्रवंशी और डॉक्टर बिरादरी के सिंबॉलिक लोगो का 50 X 50 फिट का पोर्ट्रेट बना कर श्रद्धांजलि दी