दुनियाभर में लॉकडाउन शुरू होते ही इस वीडियो ऐप का तेजी से इस्तेमाल बढ़ने लगा और भारत की बात करें तो यहां करीब 20 देशों से 90 हज़ार स्कूल के बच्चे ज़ूम ऐप का इस्तेमाल कर पढ़ाई कर रहे हैं. हालांकि पूरी दुनिया में पॉपुलैरिटी के बीच इससे जुड़े कई सवाल भी खड़े हो गए हैं. साइबर क्रिमिनल्स क्लास या कॉलेज सेशन के दौरान हैकिंग के ज़रिये इस पर आपत्तिजनक कंटेंट तक पोस्ट कर सकते हैं. इस तरह की हरकत हैकर्स स्क्रीन शेयरिंग फीचर का इस्तेमाल करके करते हैं और ऐसी एक्टिविटी को ‘zoom bombing’ कहते हैं.
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सिक्योरिटी और प्राइवेसी में खामी के चलते इस प्लेटफॉर्म पर सावधानी बरतने की ज़रूरत है. लेकिन आपको बता दें कि ज़ूम के अलावा भी कई ऐसे प्लेटफॉर्म्स हैं, जिस पर ज़्यादा लोगों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जा सकती है.ज़ूम के अलावा ये है ऑप्शंस…
Microsoft Teams
माइक्रोसॉफ्ट टीम्स Office 365 में बिल्ट-इन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग है. हालांकि टीम के फ्री वर्जन पर पर्सनल ईमेल से लॉगइन किया जा सकता है. इसके ला टियर वर्जन में 300 तक मेंबर को ऐड किया जा सकता है. इसमें गेस्ट ऐक्सेस, वन-ऑन-वन और ग्रुप वीडियो/ऑडियो कॉल, स्क्रीन जैसे फीचर हैं और यहां हर टीम 10GB तक फाइल शेयर कर सकती है.
वहीं इसके बिज़नेस प्लान में और भी ऑफर हैं. इसमें एडमिन के पास सिक्योरिटी, मैनेजमेंट और कंप्लायंस का ऐक्सेस मिलता है. इसमें टीम का हर यूज़र 1TB तक की फाइल शेयर कर सकता है. ये वर्जन ऑनलाइन वेबिलार और ट्रेनिंग सेशन को भी सपोर्ट करते हैं.
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Skype
माइक्रोसॉफ्ट का एक और पॉपुलर प्रोडक्ट है Skype. अच्छी वीडियो चैट एक्सपीरिएंस के लिए ये एक काफी पसंद किया जाता है. इस प्लेटफॉर्म पर एक साथ 50 लोगों को ऐड किया जा सकता है. इसमें कोई टाइम लिमिट नहीं है, जो कि छोटी कंपनियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. इस प्लेटफॉर्म पर कॉल रिकॉर्डिंग फीचर दिया गया है, जिससे यूज़र को सेव और रिकॉर्डिंग शेयर करने की अनुमति मिलती है.
GoToMeeting
ये LogMein की एक वेब कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस है. गोटूमीटिंग्स में ऑडियो और वीडियो सेशन फीचर दिए गया है. साथ ही इसमें स्क्रीन शेयरिंग और एंड्रॉयड और iOS के लिए ऐप भी मौजूद है. इसके स्टैंडर्ड वर्जन में 150 टीम मेंबर तक जोड़े जा सकते हैं. इसकी एक महीने की कीमत $14 और सालाना हर महीने के लिए $12 का चार्ज है. मीडियम साइज़ बिज़नेस वालों को अपने बिज़नेस प्लान टियर के लिए हर महीने $19 देने होंगे, जिसमें 250 लोग जोड़े जा सकते हैं. वहीं बड़े बिज़नेस इंटरप्राइज प्लान सेलेक्ट कर सकते हैं, जिसमें 3000 लोगों को कनेक्ट किया जा सकता है.
Join.Me
ये भी LogMeIn टीम का ही मेंबर है. जाइन.मी छोटे बिज़नेस वालों के लिए बहुत काम आ सकता है, जिनका बजट कम हो. इसमें सिर्फ ऑडियो मीटिंग्स उपलब्ध हैं. इसमें तीन लोग एक साथ फ्री में कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं. पेड के तौर पर इसमें हर महीने $10 देने होंगे, जिसमें पांच लोग पार्टिसिपेट कर सकते हैं, साथ ही इसमें कोई टाइम लिमिट भी नहीं होगी. लोअर-टियर के लिए वीडियो ऑप्शन नहीं है, लेकिन इसमें स्क्रीन और वीडियो शेयरिंग फीचर मिलेगा.
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Google Hangout Meet
गूगल Meet प्रीमियम फीचर के तहत 250 लोग एक साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं. साथ ही यूज़र्स डोमेन के साथ 100,000 व्यूअर्स तक का कंटेंट लाइव स्ट्रीम कर सकते हैं. इसके अलावा प्रीमियम फीचर्स में G Suite यूज़र्स मीटिंग भी रिकॉर्ड कर सकते हैं.
भारत में Zoom ऐप के इस्तेमाल के लिए एडवाइज़री
भारत में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने Zoom ऐप के लिए एक एडवाइज़री जारी की है. गृह मंत्रालय ने कहा कि ये ऐप सुरक्षित नहीं है, लोग इसका इस्तेमाल सावधानी से करें. गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि सरकार ने पहले भी 6 फरवरी और 30 मार्च को इसको लेकर जानकारी दी थी, ऐसे में इसके इस्तेमाल में सतर्कता बरतें. मंत्रालय ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति इसका इस्तेमाल कर रहा है तो कुछ जरूरी बातों का खयाल रखें और पासवर्ड बदलते रहें. वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल में भी किसी को अनुमति देने से पहले सावधानी बरतें.