
कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक तरफ तो देश के कई राज्यो में है अलर्ट की स्थिति बनी हुई है वहीं प्रधान मंत्री सभी राज्यों के मंत्रियो के साथ विडिओ कांफ्रेंसिंग कर हालातो का जायजा ले रहे तो वहीं इंदौर के हालातों पर सबकी निगाह जमी हुई है साथ ही इंदौर के समस्त प्रयावेट अस्पतालों को निर्देश इंदौर कलेक्टर के द्वारा दिए गए हैं कि अस्पताल में आने वाले मरीजों का इलाज करना है साथ ही प्रदेश में एस्मा लगी हुई है उसके बाद भी निजी अस्पताल की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है दरसअल होल्कर साइंस कॉलेज की असिस्टेंड प्रोफेसर अपने ब्रेस्ट कैंसर की जांच करवाने के लिए भबर कुआ स्थित गुजर अस्पताल पहुंची थी लेकिन स्टाफ ने डाक्टर नहीं होने की बात कहकर वहा से चलता कर दिया बड़ी बात यह कि प्रॉफ्रेसर अपॉइंट मेंट लेकर पहुंची उसके बाद भी उसकी सुनवाई नहीं हुई महिला प्रोफ्रेसर ने बताया कि वह ब्रेस्ट कैंसर से गृहसित है
वही और जांच करवाना उसके लिए जरूरी है साथ इस हालत में महिला 4 की मी पैदल चलकर अस्पताल पहुंची थी उसके बाद भी उसे बिना इलाज ही लुटना पड़ा लेकिन प्रोफ़ेसर लक्ष्मी हिम्मत नहीं हारी और पहुंच गई पास के ही भवरकुआं थाने अस्पताल प्रबंधक की शिकायत करने के लिए ओर अस्पताल प्रबंधन की शिकायत कर दी बड़ा सवाल यह की को अस्पताल प्रबंधन कलेक्टर का आदेश नहीं। मान रहे है उनके ऊपर कार्रवाई होना चाहिए या नहीं साथ कलेक्टर ने खुले तौर पर निर्देश दिए थे कि जो भी अस्पताल इस प्रकार की गलती करेगा उसके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी साथ ही लाइसेंस निरस्त किया जाएगा