प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की इस चर्चा से पहले ही कई राज्य एवं अनेक विशेषज्ञों ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर 25 मार्च को लागू 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन को 14 अप्रैल से आगे बढ़ाया जाए.

- लॉकडाउन को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर हो फैसला
- ढील देते हैं तो भी ट्रांसपोर्टेशन पूरी तरह रखें बंद
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को 30 अप्रैल तक लकडाउन बढ़ाने की सलाह दी है. साथ ही यह भी कहा है कि सिर्फ राज्य सरकारें इस दिशा में फैसला लें तो भी ये लॉकडाउन कारगर नहीं होगा. इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर फैसला लेना होगा. अगर लोगों की सुविधा का ख्याल रखते हुए सरकार किसी तरह की ढील देती भी है तो ट्रांसपोर्ट को हर हाल में बंद रखना चाहिए. ना रेल ना सड़क और ना ही वायु.
प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम केजरीवाल ने लॉकडाउन को कम से कम 30 अप्रैल तक जारी रखने को कहा है. इससे पहले कई अन्य सरकारों ने भी केंद्र सरकार को लॉकडाउन बढ़ाने की सलाह दी थी. ओडिशा में तो पहले ही इसे बढ़ाए जाने का फैसला लिया जा चुका है.
इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने भी प्रधानमंत्री मोदी को लॉकडाउन आगे जारी रखने की सलाह दी है. बीएसपी प्रमुख ने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडल पर कई ट्वीट किए हैं. अपने पहले ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को 21 दिनों के लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की सलाह देते हुए कहा है, ‘कोरोना वायरस के घातक प्रकोप की वजह से देश में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन की हर स्तर पर समीक्षा की जानी चाहिए. जनहित का ख्याल रखते हुए अगर केंद्र सरकार इसे आगे जारी रखने का फैसला लेती है तो बीएसपी उसका स्वागत करती है.’
प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की इस चर्चा से पहले ही कई राज्य एवं अनेक विशेषज्ञों ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर 25 मार्च को लागू 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन को 14 अप्रैल से आगे बढ़ाया जाए.