इंदौर। महावीर स्वामी का जीयो और जीने दो का संदेश समाज में देने वाली जैन साध्वी अपने इलाज के लिए अस्पतालों में भटकती रही। तीन जगहों पर उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया। आखिर में समाजसेवियों
ने स्थानक में रखकर इलाज शुरू किया।
समाजवादी इंदिरा नगर के स्थानक में 75 वर्षीय साध्वी कंचन कुंवर मसा चातुर्मास पर हैं। स्वास्थ्य कारणों से वर्षाकाल में भी वे यहीं रहेंगीं। चार-पांच दिन पहले उनकी तबीयत खराब होने लगी। उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर पहले तो वे सामान्य इलाज करती रहीं। हालत बिगडऩे पर शुक्रवार को समाजसेवी राजेश तगजारिया उन्हें लेकर लाबरिया भेरू स्थित अस्पताल पहुंचे। अस्पताल ने बिना जांच किए ही उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया।
इसके बाद वे गुमाश्ता नगर में अरिहंत अस्पताल पहुंचे, वहां भी मना कर दिया। ऐसे ही हाल रणजीत हनुमान मंदिर स्थित आदित्य अस्पताल में हुए। आखिर में अन्नपूर्णा रोड के यूनिक अस्पताल में ले जाया गया। उन्होंने पल्स जब नापी तब 92 आई, जिस पर उन्होंने लेटर बनाकर दे दिया। कहना था कि हम भर्ती नहीं कर सकते। दवाइयां लिख कर दे दी। आखिर में राजेश उन्हें स्थानक लेकर पहुंचे। अभी वही स्थानक पर साध्वी का इलाज जारी है