
मुम्बई से निखिल सोनी की रिपोर्ट
मुंबई । महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र के प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता को तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि अमिताभ गुप्ता ने ही वधावन परिवार को महाबलेश्वर जाने काा अनुमति पत्र दिया था। इस मामले को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर गृह मंत्री अनिल देशमुख से जवाब मांगा था कि वधावन परिवार के 22 लोगों को लॉकडाउन के दौरान महाबलेश्वर जाने की अनुमति कैसे मिल गयी। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के लगातार बढ रहे मामलों को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया है।
गौरतलब है कि पुलिस ने वधावन परिवार के सदस्यों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में वीरवार को महाराष्ट्र के सतारा जिले के महाबलेश्वर में हिरासत में ले लिया था। मिली जानकारी के अनुसार इस परिवार के 22 लोग वहां एक फार्महाउस में थे जबकि कोरोना वायरस के चलते पुणे और सतारा जिलों को सील कर दिया गया है। इसके बावजूद वधावन परिवार के लोग पांच कारों में सवार होकर खंडाला से महाबलेश्वर गये। बता दें की कपिल व धीरज वधावन यस बैंक और डीएचएफएल धोखाधड़ी मामले में आरोपी हैं।
हैरान करने वाली बात ये है कि महाराष्ट्र सरकार के प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता की सिफारिश पर ही वधावन परिवार की पांच कारों को खंडाला से महाबलेश्वर की यात्रा करने की मंजूरी मिली थी। इस मामले में एक पत्र भी मिला है जिसमें अमिताभ गुप्ता ने वधावन को अपना “फैमिली फ्रेंड” बताया है ।