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अभी तक के तरीके में सस्पेक्ट को लैब (Lab) के अंदर आन होता है, जिससे दूसरे लोगों में इंफेक्शन (Infection) का खतरा बना रहता है.
लैब में सैंपल देने ऐसे जाएगा कोरोना का सस्पेक्ट
लैब के जानकारों की मानें तो सस्पेक्ट अपनी सारी डिटेल्स ऑनलाइन भेजेगा. इसके बाद सस्पेक्ट को एक टाइम स्लॉट दिया जाएगा. वहीं सस्पेक्ट के पहुंचने से पहले उसकी कार या एंबूलेंस की जानकारी भी ले ली जाएगी. जैसे ही कार लैब के 25 मीटर के दायरे में आएगी तो उसे एक कर्मचारी सैनिटाइज़ करना शुरु कर देगा. इसके बाद कार लैब के ठीक सामने आकर खड़ी हो जाएगी. एक कर्मचारी आगे बढ़कर आधुनिक तरीके से सस्पेक्ट के गले और नाक का स्वेब लेगा. उसके बाद उसे टेस्टिंग के लिए भेज दिया जाएगा. इस तरीके को ड्राइव थ्रू कोरोना टेस्ट नाम दिया गया है. इस पूरी कार्रवाई में 10 से 15 मिनट लगेंगे. वहीं दिनभर में लैब 40 टेस्ट कर सकेगी. फीस सरकार की ओर से तय 4500 रुपये ही ली जाएगी.
मरकज़ आने-जाने वालों की भी ऐसे हो रही मैपिंगदेश की राजधानी दिल्ली समेत दूसरे शहरों की पुलिस लगातार तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है. ये वो लोग हैं जो 15 मार्च से 28 मार्च तक मरकज़ में रुके या गए थे. ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए दिल्ली पुलिस ने नया तरीका निकाला है. मरकज़ के एरिया में इस दौरान एक्टिव रहे मोबाइल फोन नंबर का डाटा तैयार किया जा रहा है.
इस लिस्ट में ऐसे नंबर शामिल किए जा रहे हैं, जो तीन से चार दिन तक मरकज़ में रुके हैं या वहां का एक चक्कर लगाया है. अगर शक के दायरे में आया नंबर दूसरे शहर और राज्य का है तो वहां की पुलिस को इसकी सूचना दी जा रही है. यह कवायद कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की तलाश के लिए की जा रही है.
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First published: April 6, 2020, 3:22 PM IST