पेरिस में रजीस इंटरनेशनल थोक बाजार में अस्ािायी मुर्दाघर बना दिया गया है.
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण हर दिन हजारों मौतें हो रही हैं. कई देशों में मरने वालों के अंतिम संस्कार (Funeral) की चुनौती पेश आ रही है. अमेरिका (US) ने रेफ्रिजरेटेड ट्रकों को ही मुर्दाघरों में तब्दी कर दिया तो फ्रांस (France) में एक थोक मंडी को ही मॉर्चुरी (Mortuary) में बदल दिया गया है.
अस्थायी मुर्दाघर में रखे जा सकेंगे 1,000 ताबूत
अमेरिका ने रेफ्रिजरेटेड ट्रकों को मुर्दाघरों में तब्दील किया है तो फ्रांस में यूरोप की सबसे बड़ी थोक मंडी रजीस इंटरनेशनल के एक हॉल को इस काम के लिए रेफ्रिजरेट कर दिया है. पेरिस के दक्षिण में मौजूद इस मंडी में अस्थायी मुर्दाघर बना रहा है. इस जगह पर 1,000 ताबूत रखे जाएंगे. हालांकि, इसके बाद भी इस बाजार में मछली, मीट और सब्जियां बिकती रहेंगी. डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में शवों को रखने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत होगी. बता दें कि इस मुर्दाधर में 3 अप्रैल से शव रखे जाने शुरू कर दिए गए हैं. परिवार और दोस्त 6 अप्रैल से मरने वालों को श्रद्धांजलि देने भी आ सकेंगे. पुलिस चीफ दिडियर ललमॉन्ट ने बताया कि फ्रांस में पेरिस में संक्रमण का सबसे ज्यादा असर हुआ है. उन्होंने आशंका जताई कि आने वाले हफ्तों में हालात ज्यादा खराब होंगे.
न्यूयॉर्क में रेफ्रिजरेटेड ट.रकों को अस्थायची मुर्दाघरों में बदल दिया गया है.
फ्रांस में 15 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन
दिडियर ने बताया कि यह अस्थायी मुर्दाघर मेन मार्केट से अलग बनाया गया है. यहां लाए गए ताबूतों को मार्केट से होते हुए कब्रिस्तान या फ्रांस के बाहर ले जाया जाएगा. 575 एकड़ के क्षेत्र में फैले इस बाजार में 15,000 लोग काम करते हैं. बता दें कि फ्रांस में अब तक 82,165 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें 6,507 लोगों की मौत हो चुकी है. फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप कह चुके हैं कि लॉकडाउन 15 अप्रैल से आगे भी जारी रह सकता है. अब फ्रांस में स्मार्टफोन बारकोड लॉन्च किए जा रहे हैं ताकि लोगों को ट्रैक करना और जुर्माना लगाना आसान हो सके. वहीं, न्यूयॉर्क के कई हॉस्पिटलों में टेंट और रेफ्रिजरेटेड ट्रक पर मुर्दाघर बनाए गए हैं.
भारत में शव दफनाने को जारी किए हैं दिशानिर्देश
अमेरिका में इसी तरह अस्थायी मुर्दाघर 9/11 हमले के बाद भी तैयार किए गए थे. दरअसल, संक्रमण को आगे फैलने से रोकने के लिए शवों को अलग मुर्दाघरों में रखने की कोशिश की जाती है. इटली (Italy) और स्पेन (Spain) में भी हालात इतने खराब हो गए थे कि लोगों को अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड रहा था. यहां अंतिम संस्कार की वेटिंग लिस्ट बनानी पडी थीा. भारत (India) में भी ऐसी मौत के बाद पोस्टमॉर्टम नहीं किए जा रहे हैं. देश में शवों को दफनाने के लिए गाइडलाइनंस भी जारी किए गए हैं. बता दें कि अमेरिका में हालात हर दिन खराब होते जा रहे हैं. यहां अब तक 2,77,522 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें 7,403 लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में अब तक 2,902 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. इनमें गंभीर संक्रमण के कारण 68 लोगों की मौत हो चुकी है.
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First published: April 4, 2020, 3:06 PM IST