लॉकडाउन के समय की एक तस्वीर (Representative image.)
कोरोना वायरस (Covid19) के चलते दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) किया गया है ताकि इस वायरस का प्रसार कम हो सके.
अध्ययन में कहा गया है कि प्रतिबंध हटाने में देरी देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की तैयारी और सार्वजनिक नीति प्रभावशीलता के रिकॉर्ड के कारण उत्पन्न चुनौतियों का परिणाम हो सकती है. रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि भारत में जून के तीसरे सप्ताह तक COVID-19 के संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं.
महामारी के उपायों पर केंद्रित है रिपोर्ट
अमेरिकन कंसल्टेंसी फर्म बीसीजी की रिपोर्ट कोरोना वायरस महामारी पर रोकथाम के उपायों पर केंद्रित है. यह रिपोर्ट 25 मार्च तक के अनुमानों पर तैयार की गई है, जो जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के डेटा का पूर्वानुमान लगाने वाली मॉडलिंग पर आधारित है.
रिपोर्ट में देश की स्थिति, यह पूरी तरह से लॉकडाउन है या नहीं, संभावित लॉकडाउन की शुरुआती तारीख, संबंधित देशों के लिए पीक डेट्स और लॉकडाउन के खत्म होने की तारीख सरीखे मानकों पर COVID-19 से संबंधित लॉकडाउन के खत्म होने की अनुमानित तारीखें बताई गई हैं.
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने 24 मार्च को यूनाइटेड किंगडम, पोलैंड और कोलंबिया जैसे अन्य देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के अनुसार लॉकडाउन की घोषणा की. देश में 3 अप्रैल तक, कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या 2,300 का आंकड़ा पार कर गई, जबकि मरने वालों की संख्या 62 थी.
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First published: April 4, 2020, 8:30 AM IST