गृह मंत्रालय ने राज्यों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए खत लिखा है (सांकेतिक फोटो)
राज्यों (States) को लिखे गए खत (Letter) में इस बात का भी जिक्र है कि कुछ राज्यों से ऐसी सूचना आई है देश के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन (Lockdown) सख्ती से अमल नहीं हो पा रहा है ऐसे में इसका उद्देश्य पूरा नहीं हो पाएगा. ऐसे में जो निर्देश दिए गए हैं उनका पालन किया जाए.
राज्यों को लिखे गए खत (Letter) में इस बात का भी जिक्र है कि कुछ राज्यों से ऐसी सूचना आई है देश के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन (Lockdown) सख्ती से अमल नहीं हो पा रहा है ऐसे में इसका उद्देश्य पूरा नहीं हो पाएगा. ऐसे में जो निर्देश दिए गए हैं उनका पालन किया जाए.
पीएम मोदी ने की थी भारत में 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा
बता दें कि पीएम मोदी ने 24 मार्च को रात 8 बजे 21 दिनों के लिए भारत में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की थी. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक जारी रहना है.वहीं बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के 386 नए मामलों की पुष्टि होने और तीन मरीजों की मौत होने की जानकारी देते हुए बुधवार को बताया कि यह वृद्धि राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण के फैलने की दर को नहीं दर्शाती है, बल्कि इस बढ़ोतरी में निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) की घटना प्रमुख वजह रही.
देश में अब तक 38 लोगों की मौत
उल्लेखनीय है कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन (Nizamuddin) इलाके में एक से 15 मार्च तक हुए तबलीगी जमात के एक आयोजन में हिस्से लेने वालों में कोरोना के संक्रमण के कई मामले सोमवार और मंगलवार को सामने आए थे. अग्रवाल ने कहा कि तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) से संबंधित 1800 लोगों को 9 अस्पतालों और क्वारेंटाइन केंद्रों में भेजा गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी दी कि 24 घंटे में 386 केस सामने आए हैं, इसमें से 134 केस तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों के हैं. लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल 1637 मामले हो गए हैं जबकि संक्रमण से पीड़ित मरीजों की मौत का आंकड़ा 38 तक पहुंच गया है.
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First published: April 1, 2020, 8:34 PM IST