इंदौर में अब तक 44 कोरोना पॉजिटिव मरीज यहां मिल चुके हैं. (फाइल फोटो)
Corona Crisis: मध्य प्रदेश का एक शहर. जिसे एक नहीं तीन-तीन बार देश के सबसे साफ शहर का तमगा हासिल है. लेकिन लगता है इस शहर को किसी की नजर लग गई है.
खानपान के शौकीनों का लगता है जमावड़ा
देवी अहिल्या की नगरी इंदौर हमेशा खानपान के शौकीनों का जमावड़ा लगा रहा है. यहां कि छप्पन दुकान बाजार और सराफा बाजार तो देर रात तक खुले रहते थे. सराफा बाजार में तो चटकारा लगाने देश विदेश से खाने-पीने के शौकीन रोज पहुंचते थे. यहां के व्यंजनों में मालवा के गराडू, खोपरा पेटिस, बटाला कचौरी, भुट्टे की किस और उत्तर-भारतीय मिठाई जैसे मालपुआ, मूंग की दाल का हलवा, रबड़ी, कुल्फी, केसरीया दूध और गुलाब जामुन लोगों को बार बार आने पर मजबूर कर देती थी. लेकिन आजकल ये बाजार भी सूने पड़े हैं. कभी दिन रात गुलजार रहने वाले इन बाजारों को जैसे सन्नाटों ने घेर लिया है.
इंदौर में इन दिनों बंद है सराफा बाजार और 56 दुकान. (फाइल फोटो)
राजवाड़े का मजमा नदारद, शहर हुआ बेजान
राजवाड़े पर लगने वाला मजमा अब पूरी तरह नदारत है. कोरोना ने शहर को बेजान कर दिया है. लोग बस यही प्रार्थना कर रहे हैं कि काश पहले जैसे दिन लौट आए और लोग अपना हर दिन का जश्न राजवाडे़ पर मना सकें.
नहीं हो रही राजनीति की बातें
सुमित्रा महाजन जैसी शालीन और कैलाश विजयवर्गीय जैसे जिंदा दिल राजनेता के इस शहर में अब राजनीति की बातें नहीं हो रही, बल्कि सिर्फ इसी की कश्मकश चल रही है कि लोगों को कैसे बचाया जाए और इस महामारी को फैलने से कैसे रोका जाये. पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ब्लॉग लिखकर अपने और लोगों के मन को समझा रहीं हैं. वे मंडलीबाज इंदौरियों से सकारात्मक सोच की अपील कर रही हैं.
ताई कर रहीं हैं इंदौरियों की हौसला अफजाई
इ्ंदौर की ताई के नाम से मशहूर सुमित्रा महाजन लोगों की हौसला अफजाई कर रही हैं. ताकि हम इस अंजान बीमारी से बड़ी लड़ाई लड़कर जीतें और राजबाडे़ में फिर मिलें. यहां के मानिंद लोगों की सोच है कि जल्द ही ये लड़ाई जीतकर नई ऊर्जा के साथ सारे लोग एक-दूसरे का स्वागत करेंगे. वहीं भाई के नाम से मशहूर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय भी लोगों से घर में रहकर ईश्वर को याद करने की अपील कर रहे हैं. वो नवरात्रि में दुर्गा मां से अपने सेवकों पर कृपा दृष्टि बनाए रखने की प्रार्थना कर रहे हैं.
इंदौर के सर्वश्रेष्ठ शहर बनने पर लगा ब्रेक
एमपी के इंदौर शहर को मालवा की शान कहा जाता है. ये देश के विकसित शहरों से भी ये आगे निकलने की तैयारी कर रहा था. इंदौर सफाई में चौका लगाने की तैयारी के साथ ही पहली साइलेंट सिटी ऑफ इंडिया की ओर भी अग्रसर है. साथ ही देश में पहली बार केबिल कार चलाने की भी तैयारियां इसी शहर में चल रहीं है. वहीं ट्रैफिक सुधार के लिए ऑड ईवन तो पर्यावरण संरक्षण के लिए कार फ्री डे की पहल भी यहीं से की जा रही थी.
जानिए यहां के गारी पिपल्या गांव की खास बातें
इंदौर का गारी पिपल्या गांव देश का सबसे ज्यादा उपज वाला गांव बनने जा रहा है. गारी पिपल्या गांव की औसत उत्पादकता मध्यप्रदेश मे ही नहीं पूरे भारत में सर्वाधिक होने वाली है. यहां 1 हेक्टेयर में करीब 90 क्विटल गेंहू उगाने का लक्ष्य है. मानो मिनी मुंबई के तौर पर मशहूर इंदौर की नई नई ऊंचाइयों पर मानो कोरोना ने ब्रेक लगा दिया है. लेकिन अभी भी इंदौरियों का जज्बा बरकरार है. वे कहते हैं कि कोरोना की जंग भी वो जीतेंगे और इंदौर को बेस्ट सिटी ऑफ इंडिया भी बनाएंगे.
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First published: March 31, 2020, 6:33 PM IST