मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को हाइलेवल मीटिंग में कई अहम निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने ख़ासतौर पर सभी डीएमऔर पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए कि जिस प्रकार कुछ ज़िलों में अधिकारियों ने खुद बाज़ारों में उतरकर जमाखोरों कालाबाज़ारी करने वालों और ओवररेटिंग करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की है, उसी प्रकार सभी अधिकारी अपने दायित्वों का पालन करें.
इस दौरान बैठक में मुख्यमंत्री ने ख़ासतौर पर सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों को यह निर्देश दिए कि किसी भी जनपद में सामानों की ओवर रेटिंग नहीं होने दी जाए. जिस प्रकार कुछ ज़िलों में अधिकारियों ने स्वयं बाज़ारों में उतरकर जमाखोरों कालाबाज़ारी करने वालों और ओवररेटिंग करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की है, उसी प्रकार सभी अधिकारी अपने दायित्वों का पालन करें.
अपने आवास 5 कालीदास, मार्ग पर बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में लॉक डाउन का पूरी तरह पालन हो, इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी की जमात से जुड़े हुए लोगों की तेज़ी से तलाश की जाए. वे जहां मिलें, उन्हें तत्काल क्वारंटाइन किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता पढ़ने पर आपात सेवा के लिए रिटायर्ड आर्मी मेडिकल अफसरों के साथ ही साथ पूर्व स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सेवा लें.
‘प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए’उन्होंने साथ ही कहा कि बाहरी राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के नागरिकों की पूरी मदद की जाए, उनके भोजन आदि का प्रबंध अवश्य कराया जाए. संस्थानों के मालिक अपने कर्मचारियों और श्रमिकों के भोजन का हर हाल में प्रबंध करें, यदि वह नहीं कर पा रहे तो प्रशासन को सूचित करके सभी श्रमिकों और कर्मचारियों के भोजन का इंतज़ाम सुनिश्चित कराएं, प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए. सीएम ने कहा कि राशन वितरण प्रणाली और बैंकों से लेन-देन के दौरान भीड़ इकट्ठा न होने दी जाए. पुलिस और होमगार्ड के जवानों की मदद से सारे हेल्थ प्रोटोकॉल पूरे कराएं जाएं.
आश्रय स्थल में 100 से ज्यादा लोग तो स्थापित करें कम्युनिटी किचन
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास उन लोगों का पूरा आंकड़ा मौजूद हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश की सीमाओं से प्रदेश के अंदर अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया है. इन सभी लोगों को हर हाल में चिन्हित कर लिया जाए. इनको हर हाल में क्वारंटाइन रखा जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि हर ज़िले में बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बनाया जाएं. जो लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए न दिखें और आश्रयहीन हों, उन्हें इन आश्रय स्थलों में रखा जाए. जिन आश्रय स्थलों में 100 से ज़्यादा लोग हों, वहां पर कम्युनिटी किचन शुरू किया जाए. जहां 100 से कम लोग हैं, वहां उनके लिए भोजन पैकेट का इंतज़ाम किया जाए.उन्होंने कहा कि हर आश्रयस्थल मैं सारे हेल्थ प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन हो.
मदद की चाह रखने वाले लोगों बनाएं समन्वय
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम सामाजिक संस्थाएं और लोग इस आपदा के वक़्त में लोगों की भोजन आदि की मदद करना चाहते हैं. ऐसे लोगों से समन्वय स्थापित करके कुछ आश्रय स्थलों पर इनके माध्यम से भी भोजन पहुंचवाया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा आटा मिलें, दाल मिलें, तेल मिलें, सभी हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलवाई जाएं.
इनपुट: अजीत सिंह
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First published: March 31, 2020, 3:08 PM IST