कोरोना जैसे संकट काल में पतंजलि ने देश के लिए खोला खजाना..
प्राणीमात्र की चिंता करने के लिए भारत के ऋषि मुनियों में प्रतिबद्धता रही है। और आज इस बात पर फिर मुहर लग गई कि घुटना पेट की तरफ़ ही मुड़ता है।
जब देश पर संकट आया तब अन्य कोई विदेशी कंपनी खड़ी नहीं हुई, जिन्हें हम हिंदुस्तानी पालते-पोसते है,जबकि खड़ी हुई तो केवल Patanjali Products – पतंजलि उत्पाद ।
इन विषम परिस्थिति में कोरोना आपदा में पतंजलि द्वारा 25 करोड़ का प्रधानमंत्री कोष में आर्थिक योगदान वह लाखों कार्यकर्ताओं द्वारा सेवा कार्य…..केवल इसी आपदा में ही नहीं बल्कि बीते वर्षों में देश में जितनी प्राकृतिक आपदाएं आई हैं जैसे, बाढ़,तूफान। बाबा रामदेव ने राष्ट्रहित में देश की सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर सहियोग किया है।
जब-जब भारत पर विपदा आई है तो बताओ किस विदेशी कंपनी ने मदद की है?
जबकि पतंजलि हमेशा भारत की मुसीबत में भारत में ही खड़ा मिला हैं।
इसीलिए मुझे गर्व है कि मैं पतंजलि के उत्पाद ही खरीदता हूँ क्योंकि मेरा विश्वास सदा मजबूत रहा है कि पतंजलि सदा देश के साथ रहा हैं।
