मनीष सिंह बने इंदौर के नये कलेक्टर .
मध्य प्रदेश सरकार ने इंदौर के कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव (Lokesh Kumar Jatav) और डीआईजी रूचिवर्धन मिश्र को हटा दिया है. जबकि 2009 बैच के आईएएस अधिकारी मनीष सिंह को इंदौर का नया कलेक्टर बनाया गया है.
सरकार की प्रशासनिक सर्जरी
कोरोना के खिलाफ चल रही जंग के बीच नए मुख्यमंत्री की प्रशासनिक सर्जरी भी जारी है. शनिवार को इंदौर के कलेक्टर और डीआईजी को हटा दिया गया. कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव की नई पोस्टिंग सचिव मंत्रालय में की गई है और उनकी जगह 2009 बैच के आईएएस अधिकारी मनीष सिंह को इंदौर का कलेक्टर बनाया गया है. सिंह अभी एमडी मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी लिमिटेड भोपाल में पदस्थ थे. बताया जा रहा है वहीं कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव के बाद डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र की भी विदाई हो गई है. उन्हें पीएचक्यू भोपाल में पदस्थ किया गया है. उनके स्थान पर हरिनारायण चारी मिश्र को दोबारा इंदौर का डीआईजी बनाया गया है वे इससे पहले भी इंदौर डीआईजी थे. कमलनाथ सरकार ने उनका तबादला कर दिया था. जबकि 15 माह बाद सत्ता परिवर्तन होते ही उन्हें दोबारा डीआईजी इंदौर के पद पर नियुक्त कर दिया गया है.
डीआईजी मिलनसार तो मनीष सिंह की सख्त छविइंदौर में पदस्थ किए गए दोनों अफसरों की छवि विपरीत है. डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र की गिनती मिलनसार और सभी को साथ लेकर चलने वाले अधिकारियों में होती है तो वहीं कलेक्टर मनीष सिंह की गिनती सख्त मिजाज वाले अधिकारियों में की जाती है. नगर निगम के कमिश्नर रहने के दौरान ही इंदौर को स्वच्छता में सबसे पहले देश में नम्बर वन बनाने का श्रेय उन्हीं को जाता है. वे यहां आईडीए सीईओ व एडीएम के तौर पर भी काम कर चुके हैं.
जनता कर्फ्यू के दौरान भीड़ को मैनेज न कर पाने का आरोप
मध्य प्रदेश में अभी तक दो कोरोना से पीड़ित मरीजों की मौत हुई है. दोनों ही मरीजों की मौत इंदौर में ही हुई है. साथ ही हर दिन कोरोना के केस भी बढ़ रहे हैं. हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि लोकेश जाटव का तबादला कोरोना की वजह से हुआ है या फिर कोई और बात है, लेकिन जिस तरह जनता कर्फ्यू के दौरान राजबाड़ा समेत शहर के कई इलाकों में भीड़ जमा हुई उसको लेकर सीएम शिवराज सिंह नाराज बताए जा रहे थे. यही कारण रहा कि कलेक्टर और डीआईजी की छुट्टी कर दी गई.
कांग्रेस ने ट्वीट कर सीएम शिवराज पर साधा निशाना
कोरोना के खिलाफ चल रही जंग के बीच प्रशासन व पुलिस के उच्च स्तर पर किये गए इन बदलावों को हैरत की निगाहों से देखा जा रहा है. हालांकि मनीष सिंह और हरिनारायण चारी मिश्रा इंदौर से भली भांति वाकिफ हैं. ऐसे में वे कोरोना के खिलाफ ज्यादा कारगर ढंग से लड़ाई लड़ सकेंगे. यही उम्मीद की जानी चाहिए. लेकिन कांग्रेस इन तबादलों को लेकर सीएम शिवराज सिंह पर निशाना साध रही है. कांग्रेस ट्वीट किया कि इंदौर में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज होने के बावजूद आज शिवराज सिंह ने वहां के कलेक्टर और डीआईजी का ट्रांसफर किया है. शिवराज देश के इकलौते सीएम हैं जो कोराना महामारी के बीच अपने पसंदीदा अफसरों को सेट करने में लगे हैं. संवेदनाएं जब मर जाती हैं तब सत्ता कुछ भी कर जाती है.
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First published: March 28, 2020, 11:29 PM IST