भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 873 हो चुकी है.
माईलैब की रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रमुवायरलॉजिस्ट मीनल दकवे भोसले ने कोरोना वायरस (Coronavirus) का टेस्ट किट सफल होने के बाद एक बच्ची को जन्म दिया है.
बता दें कि पुणे की माईलैब डिस्कवरी सैल्युएशन ने COVID19 की टेस्टिंग किट को बनाने में सफलता हासिल कर ली है और इसको भारतीय अनुसंधान परिषद यानी (ICMR) की ओर से मंजूरी भी मिल गई है. बताया जा रहा है कि कंपनी ने अपनी किट का पहला बैच जो 150 के करीब है उसे पुणे, मुंबई, दिल्ली, गोवा और बेंगलुरु के डायग्नोस्टिक लैब में भेज दिया है.
माईलैब डिस्कवरी के निदेशक डॉ गौतम वानखेड़े ने बताया कि सरकार से किट को मंजूरी मिलने के बाद कंपनी ने किट बनाने का काम तेज कर दिया है. हमारा अगला बैच सोमवार को बाहर भेजा जाएगा.
माईलैब की रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रमुख वायरलॉजिस्ट मीनल दकवे भोसले
कौन है वो महिला, जिसने कोरोना को हराने के लिए बनाई किट
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक हर मुमकिन प्रयास में जुटे हुए हैं. भारत में भी इस वायरस को काबू करने पर काम चल रहा था. इन सबके बीच भारत की एक वायरलॉजिस्ट को ये बात बार-बार अखर रही थी कि पूर दुनिया कोरोना वायरस के सामने लाचार क्यों हो रही है. बता दें कि माईलैब की रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रमुख वायरलॉजिस्ट मीनल दकवे भोसले ने अपनी डिलीवरी से एक दिन पहले तक इस किट के परीक्षण पर काम किया और आज यह किट बाजार में कोरोना से लड़ने को तैयार है. मीनल ने बताया कि हमारी किट ढाई घंटे में सही परीक्षण कर देती है जबकि विदेशों से आने वाली किट छह से सात घंटे लगाती है. उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने इस किट को सबसे कम समय में तैयार किया है. उन्होंने बताया कि इस किट को तैयार करने में तीन या चार महीनों नहीं केवल छह सप्ताह लगे हैं.
टेस्ट किट सफल होने के बाद दिया एक बच्ची को जन्म
माईलैब की रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रमुवायरलॉजिस्ट मीनल दकवे भोसले ने टेस्ट किट सफल होने के बाद एक बच्ची को जन्म दिया है. मीनल ने बताया कि यह काफी जटिल समस्या थी, कम समय में ये किट तैयार की जानी थी. हमारी टीम ने इस किट को तैयार करने में काफी मेहनत की है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को जन्म देने से ठीक एक दिन पहले 18 मार्च को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) द्वारा मूल्यांकन के लिए अपनी किट जमा करवाई थी. उन्होंने मुझे खुशी है कि हमारा प्रयास सफल रहा.
एक सप्ताह में एक से दो लाख किट तैयार करेगी कंपनी
मॉलिक्युलर कंपनी कोरोना वायरस का पता लगाने वाली किट बनाने से पहले एचआईवी और हेपेटाइटिस बी और सी और अन्य बीमारियों के लिए भी परीक्षण किट बना चुकी है. कंपनी का कहना है कि वह एक सप्ताह में एक लाख COVID19 की टेस्टिंग किट बना सकती है. कंपनी ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर वह सप्ताह में दो लाख COVID19 की टेस्टिंग किट का उत्पादन भी कर सकती है.
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First published: March 28, 2020, 2:56 PM IST