जानें कोरोना वायरस के चलते दिग्गज वीडियो स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म्स में हुए बदलाव के बारे में…
अमेज़न प्राइम वीडियो ने भी दूरसंचार नेटवर्क के बुनियादी ढांचे पर दबाव कम करने के लिए सोमवार को अपनी वीडियो स्ट्रीमिंग की बिटरेट कम करने की घोषणा की थी. किसी वीडियो की बिटरेट उसकी क्वालिटी तय करती है. साथ ही इससे पता चलता है कि कितना डेटा स्थानांतरित किया जा रहा है. किसी वीडियो का बिटरेट ज्यादा होना, मतलब वीडियो की क्वालिटी अच्छा होना होता है.
नेटफ्लिक्स के उपाध्यक्ष (कंटेंट डिलीवरी) केन फ्लोरेंस ने एक ईमेल बयान में कहा कि संकट को देखते हुए हमने अपनी सर्विसेज़ की क्वालिटी बनाए रखते हुए दूरसंचार नेटवर्क पर नेटफ्लिक्स के ट्रैफिक को 25% कम करने का एक तरीका विकसित किया है. इसलिए उपभोक्ताओं को उनके प्लान के साथ आने वाली गुणवत्ता मिलती रहेगी.उन्होंने कहा कि इससे भीड़भाड़ वाले नेटवर्क को काफी राहत मिलेगी और भारत में अगले 30 दिनों तक इस उपाय को लागू किया जाएगा. फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि दूरसंचार नेटवर्क पर किसी भी तरह के संभावित जाम से बचने के लिए हम भारत में फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पर वीडियो की बिटरेट अस्थायी तौर पर कम करेंगे. नेटफ्लिक्स और फेसबुक यूरोप में इस तरह के कदम उठा चुकी हैं.
Hotstar ने भी किया फैसला
दूरसंचार सेवाप्रदाताओं के संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया (COAI) ने हाल में सरकार को पत्र लिखकर इन कंपनियों से नेटवर्क पर बोझ कम करने के निर्देश देने का अनुरोध किया था. इस बीच हॉटस्टार के प्रवक्ता ने कहा कि उसके मंच पर वीडियो की बिटरेट नेटवर्क की स्थिति के हिसाब से चलने वाली है. हालांकि वह अपने HD (हाई डिफिनेशन) स्ट्रीम पर वीडियो की बिटरेट कम करने के लिए तैयार है.
(इनपुट-भाषा से)
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First published: March 25, 2020, 11:06 AM IST