आईएमए प्रमुख ने रक्षा सूट और एन-95 मास्क की कमी का मुद्दा उठाया
आईएमए (IMA) चीफ ने कहा, ‘कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ भारत सामूहिक रूप से असफल होगा अगर डॉक्टरों, नर्सों और इलाज कर रहे अन्य कर्मियों के लिए पर्याप्त PPE की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं की गई तो.’
उनका यह बयान गाजियाबाद के डॉक्टर असित खन्ना और मुंबई के डिजाइनर सृष्टि पिनिसेट की ओर चेंज डॉट ओआरजी पर शुरू दो याचिकाओं के जवाब में आया. चेंज डॉट ओरआरजी एक प्रौद्योगिकी मंच है जहां पर नागरिक उन विषयों पर ऑनलाइन याचिका शुरू कर सकते हैं जो उन्हें चिंतित करती है.
इस याचिका के जवाब में शांतनु ने कहा, कई चिकित्सा पेशेवरों ने कोरोना वायरस का इलाज करने वाले चिकित्सा कर्मियों के स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चिंता भारतीय चिकित्सा परिषद के समक्ष उठाया था. अगर एक भी स्वास्थ्य कर्मी सरकार की लापरवाही से संक्रमित होता है तो यह हम पर धब्बा होगा.
उन्होंने मांग की सरकार बेहतरीन गुणवत्ता वाले व्यक्तिगत रक्षा उपकरण की खरीद के लिए उठाए गए कदम को सार्वजनिक करे और आंकड़े, और खरीद के स्तर आदि की जानकारी दें. इससे पहले आईएम ने कोलकाता में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की. आईएमए सदस्यों ने मूलभूत रक्षा सूट और एन-95 मास्क जमोखोरी के कारण स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी उपलब्धता में कमी का मुद्दा उठाया.ये भी पढ़ें : NPR और जनगणना का कार्य अगले आदेश तक के लिए स्थगित-अधिकारी
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First published: March 25, 2020, 9:20 AM IST